देश में भारतीय नागरिकता छोड़ने वाले नागरिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि पिछले साल 2.19 लाख भारतीयों ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी।
राज्यसभा में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने पिछले पांच सालों के दौरान कितने भारतीय नागरिकों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी है, इसके जवाब में यह बात कही।
2023 से पहले 2022 में 2.25 लाख, 2021 में 1.63 लाख, 2020 में 85,256, 2019 में 1.44 लाख भारतीय नागरिकों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी। इस प्रकार, पिछले चार वर्षों में लगभग साढ़े चार लाख लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी। जबकि पिछले दो सालों में दो लाख से ज्यादा लोग भारतीय नागरिकता छोड़ रहे हैं।
राघव चड्ढा ने भारतीय नागरिकता छोड़ने पर उठाए सवाल
इसे लेकर आम आदमी पार्टी के सदस्य राघव चड्ढा ने सरकार से सवाल किया कि इतने बड़े पैमाने पर भारतीय नागरिकों के देश छोड़ने के कारणों का पता लगाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी पता लगाया है कि भारतीय नागरिकता की स्वीकार्यता इतनी कम क्यों है। यदि पाया जाए तो विवरण दिया जाए। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि सरकार इस प्रतिभा पलायन को रोकने के लिए क्या प्रयास कर रही है।
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