हालही में हरयाणा की सियासत में बड़ा फेरबदल हुआ है। मनोहरलाल खट्टर द्वारा मंगलवार को अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब नायब सिंह सैनी आज शाम 5 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। खट्टर ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दिया है। और इसी के साथ चलते BJP-JJP का भी गठबंधन टूट गया है। माना जा रहा है कि गठबंधन की टूटने की वजह आगामी लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के लिए मतभेद है।
नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे नायब सिंह सैनी की राजनीतिक जीवन शैली के बारे में आज हम इस ब्लॉक में जानेंगे।
कौन है नायब सिंह सैनी
2014 में अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से 24 हजार से ज्यादा वोटों से विधानसभा चुनाव जीतने वाले नायब सिंह, बाद में खट्टर सरकार में मंत्री बनाए गए। वे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विधायक भी रहे हैं। जब 2019 का चुनाव आया तो पार्टी ने नायब को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी और कुरुक्षेत्र से टिकट देकर चौंका दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में नायब को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले थे। इस समय वह कुरुक्षेत्र से सांसद हैं।
नायब सिंह सैनी OBC समुदाय से आते हैं। पिछले साल उन्हें बीजेपी हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। सैनी के पास संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है। 1996 में उन्हें हरियाणा बीजेपी के संगठन में जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद साल 2002 में नायब सैनी अंबाला बीजेपी युवा मोर्चा के जिला महासचिव बने। और फिर साल 2005 में वह बीजेपी अंबाला युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बने।
उन्हें बीजेपी हरियाणा किसान मोर्चा का प्रदेश महासचिव भी बनाया गया था। साल 2012 में नायब सैनी को प्रमोशन देकर अंबाला का जिला अध्यक्ष बनाया गया। 2014 के विधानसभा चुनाव में नायब सिंह सैनी को नारायणगढ़ से टिकट दिया गया और वह जीतकर विधानसभा पहुंचे।
2014 से 2024 तक सैनी की राजनितिक यात्रा काफी रोमांचक रही है। 2014 में MLA चुने जाने के बाद से 2024 तक मुख्यमंत्री पद मिलने तक यह यात्रा उनकी यादगार बनी।
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