Nobel Peace Prize: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को इस बार फिर से नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। पिछले साल भी उन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नामित किया गया था।
दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ट्रम्प ने विदेश नीति से जुड़े कई अहम फैसले लिए हैं, जिनका प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ा है। खासकर पिछले तीन साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने और इजरायल-हमास संघर्ष को समाप्त करने के लिए उनके प्रयासों को देखते हुए उनका नामांकन महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
338 उम्मीदवार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित
नॉर्वेजियन नोबेल संस्था ने घोषणा की है कि 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए कुल 338 उम्मीदवारों को नामित किया गया है, जिनमें 244 व्यक्ति और 94 संगठन शामिल हैं। इस पुरस्कार के प्रमुख दावेदारों में पोप फ्रांसिस, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और नाटो के पूर्व महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग भी शामिल हैं।
2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 31 जनवरी थी। पिछले साल 286 उम्मीदवार नामित किए गए थे, जबकि 2016 में सबसे अधिक 376 उम्मीदवारों का नामांकन हुआ था। नोबेल समिति आमतौर पर नामांकित व्यक्तियों के नामों की पुष्टि नहीं करती है।
नामों को लेकर आती रहती हैं जानकारियां
नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित व्यक्तियों की सूची पुरस्कार दिए जाने के 50 साल बाद सार्वजनिक की जाती है। हालांकि, मीडिया में सूत्रों के हवाले से नामों को लेकर जानकारियां आती रहती हैं। कई बार सांसद, पूर्व पुरस्कार विजेता और कुछ शिक्षाविद उम्मीदवारों को नामांकित करते हैं और इसकी जानकारी देते हैं। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य डैरिल इस्सा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “हमने ट्रम्प को नामित किया है। यह नामांकन पश्चिम एशिया में ट्रम्प की कूटनीतिक कोशिशों के आधार पर किया गया है।”
अक्टूबर में होती है विजेताओं की घोषणा
नॉर्वेजियन सांसदों ने कहा, “हमने स्टोलटेनबर्ग, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और पोप फ्रांसिस को इस पुरस्कार के लिए नामित किया है। पोप फ्रांसिस शांति के बड़े समर्थक रहे हैं, खासकर यूक्रेन और गाजा जैसे युद्ध क्षेत्रों में।” नॉर्वेजियन नोबेल समिति, जिसे नॉर्वेजियन संसद द्वारा नियुक्त पांच सदस्य संचालित करते हैं, नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है। विजेताओं की घोषणा अक्टूबर में की जाती है।
पाकिस्तान की मेहरंग बलूच भी नामित
मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने वाली और बलूच एकजुटता समिति की आयोजक मेहरंग बलूच को भी 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
मेहरंग बलूच का बयान
मेहरंग बलूच ने कहा, “मैं नामांकन से सम्मानित महसूस कर रही हूं, लेकिन यह मेरे लिए नहीं, बल्कि उन हजारों बलूच लोगों के लिए है, जिन्हें जबरन गायब कर दिया गया और जिनके परिवार न्याय की मांग कर रहे हैं। बलूचिस्तान में मानवाधिकारों की लड़ाई को वैश्विक नागरिक समाज और सदस्य देशों द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।” उनके नामांकन की खबर सबसे पहले नॉर्वे स्थित बलूच पत्रकारों ने दी थी।
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