Gujarat Foundation Day: आज गुजरात अपना 64वां स्थापना दिवस मना रहा है। आज ही के दिन केंद्र सरकार ने भाषा के आधार पर दो राज्यों की स्थापना की और बॉम्बे स्टेट यानी ग्रेटर मुंबई को दो राज्यों गुजरात और महाराष्ट्र में बांटा गया था। इसीलिए इस दिन को गुजरात दिवस, गुजरात स्थापना दिवस या गुजरात गौरव दिवस भी कहा जाता है। आपको बता दें आज गुजरात के साथ महाराष्ट्र दिवस भी मनाया जाता है।
कैसे हुई गरवी गुजरात की स्थापना ?
1956 में जब आंध्र प्रदेश को अलग राज्य का दर्जा मिला तो ग्रेटर मुंबई से भी भाषा के आधार पर अलग राज्य की मांग उठने लगी। इतना ही नहीं इस मांग को लेकर बड़ा आंदोलन भी चलाया गया। इस आंदोलन को महागुजरात आन्दोलन नाम दिया गया था। इस आंदोलन के मुख्य प्रणेता इंदुलाल याग्निक थे जिन्हें हम प्यार से इंदुचाचा भी कहा जाता है।
गुजराती भाषी क्षेत्रों को महागुजरात राज्य घोषित करने के लिए ही महागुजरात आंदोलन शुरू किया गया था। यह आंदोलन वास्तव में विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा शुरू किया गया था और इसके बाद जल्द ही यह आंदोलन ‘महागुजरात आंदोलन’ में बदल गया। इंदुलाल याग्निक महागुजरात आंदोलन के प्रमुख नायक थे। उन्होंने वर्ष 1956 में स्वतंत्र गुजरात राज्य के लिए आंदोलन को गति दी।
गुजरात के अस्तित्व की कहानी
गुजरात के सपने को साकार करने के लिए इंदुचाचा के हुलमाना कहे जाने वाले इंदुलाल याग्निक ने सितंबर-1956 में महागुजरात जनता परिषद का गठन कर गुजरात को तत्कालीन मुंबई राज्य से अलग राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए जो महागुजरात आंदोलन शुरू किया था, उसे 1 मई, 1960 को सफलता मिली। 1960 में केंद्र सरकार ने ‘राज्य पुनर्गठन अधिनियम-1956’ के आधार पर मुंबई राज्य को दो अलग-अलग राज्यों में विभाजित कर दिया। केंद्र सरकार ने द्विभाषी राज्य मुंबई के विभाजन के लिए विधेयक पारित किया। तब सौराष्ट्र और कच्छ समेत अलग गुजरात राज्य का सपना साकार हुआ।
पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू की सरकार में उठी थी ये मांग
1955-56 के आसपास अलग गुजरात राज्य की स्थापना की मांग ने जोर पकड़ लिया। उस वक्त हमारे देश के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे। शुरुआत में उन्होंने इस मांग को नजरअंदाज कर किया था, लेकिन जब गुजरात में अलग राज्य की मांग तेज़ हो गई तो केंद्र और तत्कालीन बॉम्बे राज्य सरकार को यह मांग स्वीकार करनी पड़ी। इसके साथ ही यह राज्य पहली मई के दौरान अस्तित्व में आया। वह भाग जहाँ गुजराती भाषा बोली जाती थी। इसे गुजरात का हिस्सा बना दिया गया और जहां मराठी भाषा बोली जाती थी वह हिस्सा महाराष्ट्र कहलाया।
जानें किसे बनाया गया गुजरात का पहला सीएम
गुजरात राज्य की स्थापना के बाद डॉ. जीवराज मेहता को राज्य का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया। इसी के साथ अहमदाबाद राज्य की पहली राजधानी बना। हमारे राज्य के पहले गवर्नर मेहंदी नवाज़ जंग थे। उस समय राज्य में कुल 17 जिले थे और अब कुल 33 जिले हैं। दो साल बाद, जब राज्य में पहला विधानसभा चुनाव हुआ, तो कांग्रेस ने विधानसभा में 113 सीटें जीतीं। इंडिपेंडेंस पार्टी को 26 और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी को 7 और नूतन महागुजरात परिषद को केवल 1 सीट मिली। पार्टी को 7.74 फीसदी वोट मिले। गुजरात राज्य निर्माता इंदुलाल याग्निक की पार्टी जनता परिषद को सफलता नहीं मिली।
More Stories
वडोदरा का कुबेर भवन बना भ्रष्टाचार का नया अड्डा, RTI फॉर्म के नाम पर खुलेआम वसूली
दुनिया की सबसे खतरनाक परीक्षा: दो दिन तक 10 घंटे लिखना पड़ता है पेपर, पास होने पर मिलता है ये?
यदि बच्चों का नाम रखने का अधिकार सरकार के पास होता तो…!! सोचकर देखिए मजा आएगा