खालिस्तानी आतंकी संगठन “सिख्स फॉर जस्टिस” (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक नया वीडियो जारी कर अयोध्या के राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी है। यह वीडियो मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया है, जिसमें पन्नू ने न केवल राम मंदिर को निशाना बनाने की बात कही, बल्कि 16 और 17 नवंबर को अयोध्या में हिंसा फैलाने की भी चेतावनी दी है।
पन्नू की धमकी का व्यापक असर
वीडियो में पन्नू ने अयोध्या के राम मंदिर के साथ-साथ देश के कई प्रमुख हिंदू मंदिरों की तस्वीरें भी दिखाई हैं। पन्नू का कहना है कि वह “हिंदुत्ववादी विचारधारा की जन्मस्थली” अयोध्या की नींव हिला देगा। उसने भारतीय मूल के कनाडाई हिंदू सांसद चंद्र आर्य को भी धमकी दी है, जो इस मामले को और गंभीर बनाता है।
हालांकि, इस वीडियो की किसी भी मीडिया संस्था द्वारा पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन इस वीडियो में दिखाई गई सामग्री को एक बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासनिक विभाग इन संभावित खतरों के प्रति सतर्क हो गए हैं और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।अयोध्या और राम मंदिर पर हमला – सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक बड़ी चिंता
राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है, और यह भारतीय जनता और हिंदू समुदाय के लिए आस्था का एक प्रमुख केंद्र है। पन्नू की इस धमकी ने प्रशासन के लिए सुरक्षा संबंधी चिंता को और बढ़ा दिया है। प्रशासन ने अयोध्या सहित अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा उपायों को कड़ा कर दिया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टाला जा सके।
गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकियों के बाद भारत-कनाडा संबंधों में और तनाव बढ़ने की संभावना है। पन्नू लंबे समय से भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल है और कनाडा में स्थित है। हाल ही में भारत-कनाडा संबंधों में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को लेकर तनाव देखा गया है। कनाडा में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के लिए भी यह एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहनता से जांच कर रही हैं। अयोध्या में राम मंदिर और अन्य प्रमुख हिंदू धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है, और पन्नू के इस बयान को गंभीरता से लिया जा रहा है। गृह मंत्रालय ने इस विषय पर संबंधित एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, खुफिया एजेंसियां इस वीडियो की सत्यता का पता लगाने और इसके स्रोत का पता लगाने के प्रयास में जुटी हैं।
पन्नू की धमकियां – खालिस्तानी एजेंडा को बढ़ावा देने का प्रयास
गुरपतवंत सिंह पन्नू लंबे समय से खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में लिप्त है। उसने कई बार भारत और भारतीय हितों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए हैं और सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) के माध्यम से खालिस्तान का प्रचार-प्रसार करने का प्रयास किया है। पन्नू द्वारा समय-समय पर दी जाने वाली धमकियों को केवल भड़काने के प्रयासों के रूप में देखा गया है, लेकिन इस बार दी गई धमकी ने सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया है।
गुरपतवंत सिंह पन्नू की यह धमकी न केवल धार्मिक स्थलों के लिए एक खतरे का संकेत है, बल्कि भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। भारतीय एजेंसियां पूरी सतर्कता के साथ इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को और मजबूत कर रही हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने जनता से शांत और सतर्क रहने की अपील की है।
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