Pujari-Granthi Scheme Delhi : दिल्ली में विधानसभा चुनावों से पहले ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ के बाद अब ‘पुजारी-ग्रंथि योजना’ को लेकर घमासान मच गया है। विधानसभा चुनावों के बीच आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। जहां एक तरफ आम आदमी पार्टी बीजेपी पर ‘पुजारी-ग्रंथि योजना’ को रोकने का प्रयास करने का आरोप लगा रही है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को ‘चुनावी हिंदू’ कहकर निशाना साधा है।
दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना की शुरुआत करने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के मुताबिक, आज इस योजना के तहत पंजीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसी बीच, बीजेपी ने एक पोस्टर जारी कर अरविंद केजरीवाल पर कटाक्ष किया है।
चुनावी हिंदू केजरीवाल
🔳जो 10 साल से इमामों को सैलरी बांटता रहा
🔳जो ख़ुद और उनकी नानी प्रभु श्रीराम का मंदिर बनने से खुश नहीं थे
🔳जिसने मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर शराब के ठेके खोले
🔳जिसकी पूरी राजनीति हिन्दू विरोधी रहीउसे अब चुनाव आते ही पुजारियों और ग्रंथियों की याद आई? pic.twitter.com/KMKntiOlXW
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) December 31, 2024
बीजेपी ने जारी किया पोस्टर
बीजेपी ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्टर जारी किया है जिसमें अरविंद केजरीवाल कान पर अगरबत्ती और गले में रुद्राक्ष पहने हुए दिखाई दे रहे हैं। पोस्टर में लिखा है, “चुनावी हिंदू”। इस पोस्टर के बैकग्राउंड में मंदिर की घंटियां दिखाई दे रही हैं। पोस्टर के कैप्शन में लिखा गया है, “मंदिर में जाना मेरे लिए केवल एक छल है, पुजारियों का सम्मान मेरा चुनावी शो है, मैंने हमेशा सनातन धर्म का मजाक उड़ाया है।”
बीजेपी के आरोप
बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर कई आरोप लगाते हुए कहा, “जो 10 वर्षों तक इमामों को वेतन बांटते रहे, जो खुद और उनके नाना भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण से खुश नहीं थे, जिन्होंने मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर शराब की दुकानें खोलीं, जिनकी पूरी राजनीति हिंदू विरोधी रही, उन्हें अब चुनाव आते ही पुजारियों और ग्रंथियों की याद आ रही है?”
केजरीवाल का पलटवार
इन आरोपों के बीच अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस पर उन्होंने कहा, “जब से पुजारी-ग्रंथि सम्मान योजना की घोषणा हुई है, तब से बीजेपी मुझे अपशब्द कह रही है। मेरा उनसे सवाल है कि क्या मुझे अपशब्द कहने से देश को फायदा होगा? 20 राज्यों में आपकी सरकार है। गुजरात में तो आप 30 वर्षों से सत्ता में हैं। आपने वहां के पुजारियों और ग्रंथियों का अब तक सम्मान क्यों नहीं किया? अब मैंने सबको रास्ता दिखा दिया है। मुझे अपशब्द कहने के बजाय, आप अपने 20 राज्यों में इसका अमल करें, तो सबका भला होगा। मुझे अपशब्द क्यों कह रहे हैं?”
आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच इस बयानबाजी से साफ है कि दिल्ली में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक का बाजार पूरी तरह गर्म हो गया है। अब देखना यह होगा कि इन आरोप-प्रत्यारोप के बीच जनता किसे अपना समर्थन देती है।
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