कारगिल की जंग और पाकिस्तान के खिलाफ भारत को मिली एक और फतह को आज 22 साल हो गए हैं। वह मई 1999 में गर्मियों का वक्त था, जब भारतीय सेना को कारगिल में पाकिस्तानी सैनिकों की घुसपैठ का पता चला था। तब पाकिस्तान की सेना की कमान जनरल परवेज मुशर्रफ के हाथों में थी और अब तक यह भी स्पष्ट हो चुका है कि कारगिल में घुसपैठ का तानाबाना पाक सेना प्रमुख ने ही बुना था। लेकिन भारत के वीर सपूतों के हौसले पाकिस्तान के नापाक मंसूबों पर भारी पड़े और भारत ने लगभग हारी हुई बाजी जीत ली।तब से आज के 26 जुलाई के दिन को देश कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाता आया है।
More Stories
गणतंत्र दिवस 2025: कर्तव्य पथ पर भारतीय शौर्य की गूंज, अपाचे-राफेल की गर्जना और 5 हजार कलाकारों का अनूठा संगम
‘स्काई फोर्स’ ने 36.80 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया: वीर पहाड़िया ने किया धमाकेदार डेब्यू, सोशल मीडिया पर छाए
पद्म श्री से सम्मानित हुए प्रोफेसर रतन परिमु