Nitish Kumar: लोकसभा चुनावों के परिणामों ने केंद्र सरकार को हिला कर रख दिया है। केंद्र सरकार अब दो खंबों यानी चंद्र बाबू नायडू और नीतिश कुमार की सरकार पर टिकी है। ऐसे में NDA हो या INDIA दोनों ही गुट के दिग्गजों की आखें अब नीतिश पर टिकी हुई है। इन चुनावों में आज नीतीश 12, एकनाथ शिंदे 7 और चंद्रबाबू नायडू 16 सीट जीतकर आज गेम चेंजर बने हुए हैं। वहीं इनकी राजनीतिक पहलुओं के देखा जाए तो अभी भी नीतीश के ऊपर किसी को विश्वास नहीं है। जहां एक ओर NDA नीतीश के ऊपर भरोसा जता रही है वहीं विपक्षी दल नीतीश पर ऊंगली उठा रहा है।
सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार के घर पर JDU की बैठक बुलाई गई है जहां तेजस्वी यादव के प्रस्ताव पर चर्चाएं होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं अखिलेश यादव का भी एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा, ‘उम्मीद कभी खत्म नहीं होती। भैया ने बोल दिया ,अब समझ लीजिए खुश होकर चंद्रबाबू नायडू जी और नीतीश कुमार जी इंडिया गठबंधन की सरकार बनवायेगे।’
वहीं इस मामले में JDU सांसद राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा, “JDU संसदीय दल की बैठक कल सुबह 9:30 बजे होगी है…हम लोग NDA के साथ हैं और पूरी मजबूती के साथ हैं, पूरी मजबूती के साथ NDA के साथ रहेंगे।”
NDA से नीतीश कुमार के रिश्ते
अब ये अटकलें किस लिए बलाई जा रही है यदि इसकी बात करें तो नीतीश कुमार की राजनीतिक इतिहास पर नजर डाली जाए तो उन्हें पल्टुराम, दोगला कह कर बुलाया जाता है। उन्होंने 1994 में NDA का साथ दिया था फिर 2013 में उसके खिलाफ हो गए थे। वहीं 2017 में फिर से NDA का दामन थाम लिया। 2022 में फिर खिलाफ हो गए और 2024 में फिर साथ आ गए। तो ये था उनका NDA के साथ नाता। जिसकी वजह से उनपर विश्वास कर पाना हर किसी के लिए मुश्किल होता जा रहा है।
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