केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम साल में दो बार होंगे, लेकिन दोनों बार एग्जाम देना जरूरी नहीं है। स्टूडेंट्स खुद तय करेंगे कि उन्हें बोर्ड एग्जाम एक बार देना है या दो बार। अगर कोई स्टूडेंट दोनों बार एग्जाम देता है तो उसका बेस्ट रिजल्ट काउंट किया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत ऐकेडमिक सेशन 2024-25 से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार होंगी। ऐसा होने से स्टूडेंट्स पर प्रेशर कम होगा और वे फ्री माइंडसेट के साथ एग्जाम दे सकेंगे। अपडेटेड करिकुलम के मुताबिक, स्टूडेंट्स को चुनी गई स्ट्रीम से इतर भी सब्जेक्ट चुनने की छूट होगी। नई शिक्षा नीति को 29 जुलाई 2020 को मंजूरी मिली थी।

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