इज़राइल ने शनिवार तड़के ईरान के विभिन्न सैन्य ठिकानों, राजधानी तेहरान और आसपास के क्षेत्रों पर बमबारी की। इज़राइली सेना के अनुसार, यह हमला ईरान द्वारा 1 अक्टूबर को किए गए मिसाइल हमले के प्रतिशोध में किया गया। सेना के प्रवक्ता ने इसे ‘मिशन समाप्ति’ की घोषणा करते हुए बताया कि हमले का उद्देश्य पूरा हो गया है।
इस हमले के बाद ईरान ने सुरक्षा कारणों से अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया। इज़राइल के हमलों के कारण इराक ने भी अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को स्थगित कर दिया है। इस स्थिति ने पहले से ही अस्थिर पश्चिम एशिया में युद्ध की संभावनाओं को बढ़ा दिया है। विशेष रूप से, ईरान समर्थित चरमपंथी गुट जैसे कि गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह, पहले ही इज़राइल के खिलाफ संघर्षरत हैं।
इज़राइली हमले सिर्फ ईरान तक सीमित नहीं रहे। सीरियाई सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार, इज़राइल ने सीरिया के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में कई सैन्य ठिकानों पर भी हमला किया। रिपोर्ट के अनुसार, सीरिया ने इज़राइली मिसाइलों में से कुछ को नष्ट करने का दावा किया है। इस बीच, अधिकारी इस हमले से हुए संभावित नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
यह तनाव ऐसे समय में बढ़ा है जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन मध्य पूर्व में शांति और समझौते के प्रयास के लिए इज़राइल पहुंचे हैं।
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