CATEGORIES

February 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
2425262728  
Saturday, February 8   8:43:55

सड़क दुर्घटना में आईपीएस अधिकारी की मौत: पहली पोस्टिंग के लिए जाते समय हुआ दर्दनाक हादसा

एक युवा और होनहार भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी, हर्षवर्धन, जिनकी उम्र महज 26 साल थी, का जीवन उनकी पहली तैनाती के दिन ही एक भीषण सड़क दुर्घटना में समाप्त हो गया। यह घटना कर्नाटक के हासन जिले के किट्टाने क्षेत्र के पास रविवार शाम को हुई।

दुर्घटना कैसे हुई?
पुलिस ने बताया कि हर्षवर्धन, जो 2023 बैच के आईपीएस अधिकारी थे, हासन में होलेनरसीपुर के परिवीक्षाधीन सहायक पुलिस अधीक्षक (प्रोबेशनरी एएसपी) के रूप में अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने जा रहे थे। रास्ते में उनके वाहन का टायर फट गया, जिससे चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया। परिणामस्वरूप गाड़ी सड़क किनारे एक मकान और पेड़ से जा टकराई।

सिर पर लगी गंभीर चोटें बनी जानलेवा
दुर्घटना में हर्षवर्धन को सिर पर गंभीर चोटें आईं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा सके। वाहन चालक मंजेगौड़ा को हालांकि मामूली चोटें आई हैं।

प्रशिक्षण पूरा कर बन रहे थे प्रेरणा
हर्षवर्धन ने हाल ही में मैसूर स्थित कर्नाटक पुलिस अकादमी में चार सप्ताह का प्रशिक्षण पूरा किया था। वह अपनी पहली पोस्टिंग को लेकर बेहद उत्साहित थे और यह घटना उनके परिवार व देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके पिता उप-मंडल अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने बेटे की इस असमय मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

सीएम सिद्धरमैया ने जताया दुख
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा,
“यह जानकर गहरा दुख हुआ कि प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन, जो अपनी पहली पोस्टिंग के लिए जा रहे थे, एक भीषण सड़क दुर्घटना में हमें छोड़कर चले गए। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनकी कड़ी मेहनत का फल मिलने से पहले ही यह हादसा हो गया।”

यह घटना न केवल एक युवा अधिकारी की असमय मृत्यु का दुखद उदाहरण है, बल्कि हमारे देश में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता पर भी एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। इस हादसे ने हमें एक बार फिर याद दिलाया कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना और वाहन की तकनीकी जांच करना कितना महत्वपूर्ण है।

एक होनहार अधिकारी की क्षति
हर्षवर्धन जैसे युवा अधिकारी, जिनके कंधों पर देश का भविष्य टिका था, का इस तरह जाना पूरे समाज के लिए एक अलार्म है। उनकी मेहनत और कर्तव्यनिष्ठा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।