कानपुर में डीजी जेल डीएन साबत ने जिला जेल निरीक्षण किया था। उन्होंने बताया था कि देशभर की जेलों में चेस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में कानपुर की जिला जेल के 70 बंदी प्रतिभा दिखाएंगे। इंडियन ऑयल के प्रयासों से यह प्रतियोगिता कराई जा रही है।
बताया कि जेल में मिलाई को लेकर सिस्टम कंप्यूटराइज्ड हुआ है ,मगर अभी पूरी तरह से शुरू नहीं हो सका है। कहा कि सॉफ्टवेयर बनने के बाद बहुत जल्द लोग घर बैठकर बंदी से मिलने का समय और दिन तय कर सकेंगे। बताया कि यहां बंदी मोजे बना रहे हैं। बुटीक का कोर्स कर कपड़े डिजाइन कर रहे हैं।
डीजी ने ये भी कहा कि जेल का अपना FM चैनल शुरू हो चुका है। इसमें एक बंदी ही रेडियो जॉकी की भूमिका में रहता है। उसमें देश के महापुरुषों की जीवनी के बारे में जानकारी दी जाती है और देशभक्ति के गाने बजाए जाते हैं।
जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया कि कानपुर जेल में लगभग 2800 कैदी बंद हैं। इनमें ऐसे कैदी हैं, जिनके अंदर कई प्रतिभाएं हैं। अब कैदियों की प्रतिभा निखारने को जेल के अंदर कई काम किए जा रहे हैं। इसमें उनके भीतर एक अलग तरह का आत्मविश्वास पैदा होने के साथ ही नजरिया भी बदल रहा है।
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