कोरोना वायरस के बाद अब एक नया वायरस HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) ने भारत में चिंता बढ़ा दी है। देश में इस वायरस के 12 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, और हाल ही में तीन नए मामले सामने आए हैं। लखनऊ में 60 वर्षीय महिला, अहमदाबाद में 80 वर्षीय बुजुर्ग और हिम्मतनगर में 7 साल के बच्चे की HMPV रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग इस वायरस की निगरानी बढ़ाने के लिए कदम उठा रहा है, और अस्पतालों में HMPV के लिए अलग वार्ड बनाए जा रहे हैं।
HMPV वायरस कोरोना वायरस की तरह ही श्वसन तंत्र पर हमला करता है और सर्दी, खांसी, गले में खराश जैसे लक्षण उत्पन्न करता है। खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग इससे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इस वायरस का संक्रमण खांसने और छींकने से फैलता है, और संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने से भी यह फैल सकता है।
चीन में भी HMPV के बढ़ते मामलों के बीच, भारत सरकार ने इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है। सरकार ने कहा है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है, यह 2001 में पहली बार पहचाना गया था, और इसके फैलने के तरीके कोरोना से कुछ हद तक मिलते-जुलते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस वायरस के मामलों में असामान्य बढ़ोतरी का खतरा नहीं है।
HMPV को लेकर मीडिया में बढ़ती चिंता का कारण इसे कोविड-19 जैसे वायरस से जोड़ना है, जबकि विशेषज्ञों के मुताबिक यह एक सामान्य श्वसन वायरस है जो सर्दी के मौसम में फैलता है। इस वायरस का प्रभाव आमतौर पर हल्का होता है, लेकिन यह उन लोगों के लिए खतरा बन सकता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, जैसे बुजुर्ग और छोटे बच्चे। इसके बावजूद, हमें इस वायरस के प्रति जागरूक रहना चाहिए और सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
हालांकि HMPV के मामले अब तक गंभीर नहीं हुए हैं, लेकिन इसके फैलने का खतरा है। इसलिए, हमें इस वायरस को लेकर गंभीरता से सोचना चाहिए और व्यक्तिगत सुरक्षा के उपायों को अपनाना चाहिए, जैसे मास्क पहनना, हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना। इसके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों को खास सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
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