Casting Couch: बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कास्टिंग काउच के मुद्दे पर अक्सर चर्चाएं होती हैं। इस बार फिल्म मेकर इम्तियाज अली ने इस विषय पर अपनी राय साझा की है, जिसमें उन्होंने इस पर हकीकत से जुड़ी कई बातें बताईं।
इम्तियाज अली ने सीधे शब्दों में कहा कि कास्टिंग काउच से करियर में फायदा होना एक बड़ी गलतफहमी है। उन्होंने बताया, “मैंने अपनी 15-20 साल की जर्नी में ऐसे कई किस्से सुने हैं, लेकिन यह कहना कि समझौता करने से रोल मिल ही जाएगा, गलत है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो लोग अपने आत्म-सम्मान के साथ समझौता करते हैं, वे अपने करियर से भी समझौता कर बैठते हैं। “अगर आप ‘ना’ कहना नहीं सीख सकते, तो फिल्म इंडस्ट्री आपके लिए सही जगह नहीं है।”
सेट पर करीना की सुरक्षा का किस्सा
जब वी मेट के डायरेक्टर ने करीना कपूर से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि एक सीन के दौरान करीना को आराम करने के लिए बर्थ पर भेजा गया। जब लाइटमैन ने लाइट्स लगाने की बात कही, तो इम्तियाज ने करीना को नीचे आने को कहा। लेकिन करीना ने सहज होकर जवाब दिया, “नहीं, नहीं, आप लाइट्स लगाइए, पर्दा डाल दीजिए।”
इम्तियाज ने बताया कि उनकी चिंता के बावजूद करीना सेट पर पूरी तरह से सुरक्षित थीं। उन्होंने कहा, “मुंबई फिल्म इंडस्ट्री अपनी महिलाओं के साथ बहुत सम्मान और सुरक्षा से पेश आती है।”
इम्तियाज ने महिलाओं की सुरक्षा और उनके आत्म-सम्मान को लेकर इंडस्ट्री की मौजूदा स्थिति पर भी रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि महिलाएं अपनी सीमाएं खुद तय करें और ‘ना’ कहने का साहस रखें।
कास्टिंग काउच से जुड़ी उनकी राय एक बड़ा संदेश देती है। इम्तियाज का मानना है कि समझौता करना करियर की गारंटी नहीं देता।
“आपके आत्म-सम्मान और आपके टैलेंट का सम्मान करना जरूरी है। यदि आप खुद की इज्जत नहीं करेंगे, तो कोई और क्यों करेगा?”
क्या कहता है सोशल मीडिया?
इम्तियाज के इस बयान पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक यूजर ने लिखा, “इम्तियाज ने सही कहा, मेहनत और टैलेंट ही काम दिलाते हैं, समझौता नहीं।”
वहीं, करीना के किस्से को लेकर भी कई यूजर्स ने उनकी सहजता और पेशेवर रवैये की तारीफ की।
आपकी राय?
इस मुद्दे पर आपकी क्या राय है? क्या आपको लगता है कि कास्टिंग काउच के मामलों को लेकर फिल्म इंडस्ट्री में बदलाव हो रहा है? नीचे कमेंट में अपनी राय शेयर करें!
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