पश्चिम भारत में मौसम ने तेजी से करवट ली है। अगले एक-दो हफ्तों में ठंड बढ़नी शुरू हो जाएगी। सर्दियों का मौसम लोगों को खूब भाता है। इस मौसम में खाने-पीने और घूमने फिरने का आनंद ही अलग होता है। कई जगहों पर सर्दियों में धूंध बढ़ना शुरू हो जाती है जिसका लोग लुफ्त उठाते हैं। साल के अंत में लोगों के पास बहुत सी छुट्टियां होंगी जिसका आनंद वे कई खूबसूरत जगहों पर अपने परिवार और फ्रेंड्स के साथ जाकर ले सकते हैं। आज हम आपको गुजरात की ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे, जहां सर्दियों के मौसम में आपको एक बार जाना जरूरी है। यहां आपको शांति और सुकून के साथ प्रकृति के स्वर्ग जैसे नजारें देखने मिलेंगे।
गांधी आश्रम, अहमदाबाद
अहमदाबाद भारत के गुजरात राज्य का सबसे बड़ा शहर है। 51 लाख की जनसंख्या वाला ये शहर साबरमती नदी के किनारे बसा हुआ है। इस शहर में स्थित साबरमती आश्रम दार्शनिक केंद्रों में प्रमुख है। यहां देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। ये आश्रम महात्मा गांधी के विचारों और सत्याग्रह आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है। साबरमती आश्रम का निर्माण महात्मा गांधी ने 1915 में किया था। इसमें मुख्य तौर पर खादी उत्पादन, स्वदेशी आंदोलन और सत्याग्रह के कार्यक्षेत्र हैं। इसमें गांधी जी के बंगले, खादी उत्पादन की इकाइयां, चरका घर, गांधी स्मारक एवं संग्रहालय है। इस सर्दियों के मौसम में आप आश्रम के किनारे साबरनदी के तट पर बैठ कर ढलते हुए सूरज को देखने का आनंद उठा सकते हैं। वडोदरा से अहमदाबाद की दूरी 111 किमी है। लगभग दो घंटे का सफर तय करके अहमदाबाद जा सकते हैं। इस शहर में अक्षरधाम, साइंस सिटी, भद्र किला भी घूम सकते हैं।
गिर नेशनल पार्क
गिर नेशनल पार्क गुजरात में स्थित राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यप्राणी अभ्यारण्य है जो एशिया में बाघों का एकमात्र निवास स्थान होने के चलते जाना जाता है। गिर भारत में फोरेस्ट सफारी डेस्टिनेशन का एक हॉटस्पॉट भी है। ज्यादातर लोग गिर नेशनल पार्क में घूमने, सफारी ट्रिप आदि करने के लिए आते हैं। प्रकृति प्रेमियों को ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं लगती है। गिर की खूबसूरती केवल उसके नेशनल पार्क तक ही सीमित नहीं है। यहां पर कई मंदिरों से लेकर हिल्स, फोर्ट व बीचेस भी काफी फेमस है। गिर घूमने जाने वाले पर्यटक यहां कंकई माता मंदिर, दरबार हॉल म्यूजियम, गिरनार हिल, उपरकोट किला भी एक्स्प्लोर कर सकते हैं। तो आप जब भी गिर घूमने जाएं तो आप इन जगहों पर घूमना न भूलें।
कच्छ
अमिताभ बच्चन ने सही कहा है कच्छ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा। यदि आप गुजरात से हैं और सर्दियों के मौसम में घूमने जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आप कच्छ भी जा सकते हैं। यहां आपको नदीं, पहाड़ो, पठारों, समुद्र, डेजर्ट, सफेद डेजर्ट, ट्रेडिशन सभी का कांबिनेशन देखने को मिलेगा। कच्छ की दाबेली और कच्छी आर्ट तो वर्ल्ड फेमस है। कच्छ में घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा वक्त सर्दियों का ही होता है क्योंकि सर्दियों में यहां कच्छ रणउत्सव चलता है। जिसे देखने देश विदेश से पर्यटक यहां आते हैं। कच्छ में रनऑफ कच्छ के साथ और भी कई जगहें हैं जिन्हें देखने के लिए हजारों की संख्या में सैलानी आते हैं। धोलावीरा, विजय विलास पैलेस, रन ऑफ कच्छ में होने वाले उत्सव, मांनडवी बीच और भी बहुत सी देखने लायक जगहें हैं। तो आप जब भी कच्छ आए तो ये जगहों पर विजीट करना न भूलें।
राजकोट से द्वारका, सोमनाथ
यदि आप वडोदरा से है तो आप चार घंटे का सफर तय कर राजकोट भी जा सकते हैं। 215 किमी की दूरी तय कर आप राजकोट में खंभालिदा गुफाएं, काबा गांधी नो डेलो, प्रद्युम्न जूलॉजिकल पार्क, जलाराम मंदिर घूमने जा सकते हैं।
इसके बाद राजकोट से 225 किमी का सफर तय करने पर आप द्वारका जा सकते हैं। इस शहर में आप प्रसिद्ध द्वारिकाधीश मंदिर, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, द्वारका बीच, रुक्मणी मंदिर, सुदामा सेतु, स्वामी नारायण मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं।
द्वारका से 235 की तूरी तय करने पर सोमनाथ आता है। यहां आप सूर्य मंदिर, सोमनाथ मंदिर, पंच पांडव गुफ, लक्ष्मी नारायण मंदिर, त्रिवेणी घाट की आरती में शामिल हो सकते हैं। यहां पर आकर आप अपने मन में अलग ही शांति महसूस करेंगे।
वडोदरा
वडोदरा को गुजरात की कलानगरी कहा जाता है। यहां आकर आप पूरे गुजरात की यात्रा कर सकते हैं क्योंकि यहां गुजरात का कोना-कोना घूमने के लिए आपको बस, ट्रेन, प्लेन, गाड़ी आदि की सुविधाएं आसानी से मिल जाती है। वडोदरा में कई खूबसूरत पर्यटन स्थल मौजूद हैं। यदि आप हेरिटेज साइट देखने के प्रेमी है तो वडोदरा शहर आपको बहुत पसंद आएगा। इसे महाराजाओं की नगरी भी कहा जाता है। ये पूरा शहर सयाजीराव गायकवाड़ द्वारा बसाया गया है। यहां पर आप लक्ष्मी विलास पैलेस, सूरसागर झील, कीर्ति मंदिर, श्री अरबिंदो आश्रम, सयाजी गार्डन की सैर कर सकते हैं।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
गुजरात की सैर करने आए और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नहीं देखा तो क्या देखा। यह भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का स्मारक है। ये जगह गुजरात में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले सबसे प्रसिद्ध स्थल में से एक है। भारत गणराज्य के स्थापक पिता की कांस्य प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है। इसे विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा के रूप में दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। ये प्रतिमा मध्यप्रदेश के अमरकंटक से निकले वाली नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। यहां आपकों जू, फ्लावर्स वैली, बटरफ्लाई गार्डन आदि देखने को मिल जाता है।
पाटण
पाटण गुजरात का एक प्रमुख शहर होने के साथ-साथ एक लोकप्रिय और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल भी है। यह ‘रानी की वाव’ (रानी की बावड़ी) के लिए दुनिया भर में फेमस है। रानी की वाव को यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में भी शामिल किया गया है। पाटन में खान सरोवर, जैन मंदिर और सूर्य मंदिर जैसी जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं।
यदि आप इस सर्दियों में कहीं भी घूमने का प्लान कर रहे हैं तो ये लेख आप जरूर पढ़ें। और इन जगहों पर जरूर जाएं। सर्दियों में यहां घूमने पर आपको अलग ही अनुभूति महसूस होगी।
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