देश में पांचों राज्यों में चुनाव प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। जिसके बाद अब 3 दिसंबर को पांचों राज्यों में चुनाव परिणामों के पहले आज एग्जिट पोल में पिक्चर साफ नजर आ रही है। एमपी में क्या भाजपा की वापसी होगी, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का सफाया या राजस्थान में भाजपा की सत्ता की वापसी। ऐसे कई सवाल सियासी फिजा में तैर रहे हैं। माना जाता है कि एग्जिट पोल जनता का मूड बताते हैं। वोटिंग पैटर्न दिखाते हैं जिससे नेताओं की धड़कने बढ़ जाती हैं। लेकिन, क्या ये एग्जिट पोल हमेशा पूरी तरह सच है होते हैं, इसकी विश्वसनीयता कितनी होती है। इन सभी सवालों का जवाब आज हम इस लेख में जानेंगे।
कितने सटीक है एग्जिट पोल के आंकड़ें
2023 में देश के पांच राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम में विधानसभा चुनाव हुए हैं। इन चुनावों के नतीजें 3 दिसंबर को सामने आएंगे। इन राज्यों के एग्जिट पोल के आंकड़े कई एजेंसियों द्वारा डिक्लीयर कर लिए गए हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के अनुसार मध्य प्रदेश में भाजपा शिवराज सिंह चौहान के संग वापस लौट सकती है। वहीं राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन के रिवाज को बदलते हुए कांग्रेस बदलती दिख रही है। राजस्थान में भल ही कांटे की टक्कर हो, लेकिन कांग्रेस का हाथ ऊपर है।
इसी प्रकार एग्जिट पोल की सच्चाई और फसाना जानने के लिए हम 2018 में हुए नजीतों पर एक बार नजर डालेंगे।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजें 2018
100 (INC) 73 (BJP) | टुडे चाणक्य | सीवोटर | एक्सेस माई इंडिया |
INC | 123 | 137 | 119-141 |
BJP | 68 | 60 | 55-72 |
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नजीतें 2018
114 (INC) 109 (BJP) | टुडे चाणक्य | सीवोटर | एक्सेस माई इंडिया |
INC | 125 | 118 | 113 |
BJP | 103 | 106 | 111 |
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नजीतें 2018
68 (INC) 15 (BJP) | टुडे चाणक्य | सीवोटर | एक्सेस माई इंडिया |
INC | 50 | 45 | 60 |
BJP | 36 | 39 | 26 |
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के नजीतें 2018
19 (INC) 1 (BJP) 88 (TRS) | टुडे चाणक्य | एक्सेस माई इंडिया |
INC | 45 | 27 |
TRS | 58 | 81 |
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के नजीतें 2018
26 (MNF) 5 (INC) 1 (BJP) 8 (ZPM) | टुडे चाणक्य | एक्सेस माई इंडिया |
MNF | 16-20 | 16-22 |
INC | 14-18 | 8-12 |
2018 में हुए पांच राज्यों के इन नजीतों और एग्जिट पोल के नजीतो को देखकर आप अंदाजा नहीं लगा सकते हैं कि ये सटीक हैं, लेकिन हां ये एग्जिट पोल हवा का रूख किस पार्टी की ओर हैं उसकी तस्वीरें साफ कर देतें हैं।
2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव
ये तो हुए 2018 के चुनावीं नजीतें, लेकिन 2004 का लोकसभा चुनाव हो या 2009 का आम चुनाव इसमें देखा गया था कि लगभग सभी एजेंसियों के दावे फेल हो गए थे। 2004 में उम्मीद लगाई गई थी कि एनडीए की वापसी हो रही है, लेकिन कांग्रेस सत्ता में आई। 2009 में भी ऐसे ही दावें किए गए थे। हालांकि 2014 में मोदी लहर में एग्जिट पोल के आंकड़े काफी हद तक सटीक बैठे थे।
2021 में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव
2021 में पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव किसे याद नहीं होंगे। जब भाजपा ने इन चुनावों में जीत हासिल करने के लिए अपनी ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। इतना ही नहीं उस दौरान एग्जिट पोल के नतीजों ने भी यही संकेत किया था। ज्यादातक एजेंसियों और मीडिया चैनलों में भाजपा की जीत की लहर छाई हुई थी। लेकिन, नतीजों से साफ हो गया की कभी-कभी ये एग्जिट पोल के आंकड़े भी गलत साबित हो सकते हैं।
हालांकि 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव रहे हों या यूपी का 2012 का चुनाव एग्जिट पोल ने सटीक अनुमान लगाया। इस लिहाज से देखा जाए तो एग्जिट पोल को पक्का तो नहीं कह सकते, लेकिन हां एक संकेत या संदेश जरूर दे जातें हैं कि इस बार जीत की लहर किसी ओर है।
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