CATEGORIES

January 2025
M T W T F S S
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031  
Saturday, January 11   7:54:19

मुंबई में भीषण हादसा: कुर्ला में BEST बस ने मचाई तबाही, अब तक सात की मौत, 42 घायल

 मुंबई के कुर्ला पश्चिम में सोमवार रात हुई एक भीषण दुर्घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। BEST (ब्रीहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) की एक बस ने पैदल चल रहे लोगों और कई वाहनों को टक्कर मार दी, जिससे सात लोगों की दुखद मृत्यु हो गई और 42 अन्य घायल हो गए। इस दुर्घटना ने शहरवासियों को गहरे सदमे में डाल दिया है।

दुर्घटना सोमवार रात तब हुई, जब एक 12 मीटर लंबी इलेक्ट्रिक बस कुर्ला स्टेशन से साकिनाका की ओर जा रही थी। बस के चालक, संजय मोरे, ने अचानक नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद बस लगभग 100 मीटर तक लगातार गाड़ी चलाते हुए 30-40 वाहनों को टक्कर मारते हुए चली गई। इस दौरान बस ने सड़क पर खड़े पैदल यात्रियों को भी अपनी चपेट में ले लिया और अंत में सोलोमन बिल्डिंग की आरसीसी कॉलम से टकराकर रुक गई।

दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर तीव्र बचाव कार्य चलाया गया, और घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, बस की गति अचानक तेज हो गई, जिससे चालक उसे नियंत्रित नहीं कर सका। इस घटना में तीन शवों को घटनास्थल से बृहस्पतिवार अस्पताल भेजा गया, और बाद में मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई।

घटना की गंभीरता और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

यह घटना सुरक्षा व्यवस्था और वाहन संचालन की नीतियों पर सवाल उठाती है। कुर्ला जैसे व्यस्त स्थान पर यह दुर्घटना कई कारणों से भयावह बन गई। क्या बसों की मेंटेनेंस सही तरीके से हो रही है? क्या चालक की ट्रेनिंग पर्याप्त थी? और सबसे महत्वपूर्ण बात, क्या शहर में सार्वजनिक परिवहन के सुरक्षित संचालन के लिए आवश्यक सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है? इन सवालों का जवाब मुंबईवासियों को जल्द मिलना चाहिए।

दुर्घटना के बाद, मुंबई पुलिस और BEST की ओर से जांच की जा रही है। इस हादसे में बस के चालक को हिरासत में लिया गया है, और जल्द ही मामले की गहन जांच की जाएगी ताकि दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता चल सके।

सार्वजनिक सुरक्षा के मुद्दे पर एक सख्त संदेश

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शहरों में सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ये वाहन लाखों यात्रियों के लिए जीवन रेखा के समान होते हैं। ऐसी दुर्घटनाओं से न केवल जानमाल की हानि होती है, बल्कि आम जनता के मन में भय भी उत्पन्न होता है। शहरों में सार्वजनिक परिवहन का सुधार जरूरी है, और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।