गुजरात के महुधा में भाईचारा कायम रखने के उद्देश्य से हिंदू-मुस्लिम नेताओं ने सड़क पर कोई संप्रदाय नहीं बल्कि तिरंगा झंडा लगाने का निर्णय लिया है।
खेड़ा जिले के महुधा में भाईचारा बनाए रखने और सभी लोगों को एकता की मिसाल देने के उद्देश्य से हिंदू-मुस्लिम नेताओं ने सड़क पर कोई झंडा नहीं लगाने का सामूहिक निर्णय लिया है। इतना ही नहीं इस संबंध में एक समझौता भी किया है। जिससे शहर के विकास को गति मिल रही है।
6 अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं और 6 हिंदू समुदाय के नेताओं ने कहा है कि इस समझौते में महुधा गांव में सभी सार्वजनिक स्थान, संस्थान, परिसर और सार्वजनिक सड़कें, जिनमें महुधा चौक से नडियाद रोड, महमेदवाद रोड, कठलाल रोड, डाकोर रोड शामिल हैं। यहां किसी भी व्यक्ति या किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत न हों या कोई गलत सवाल न उठे, इसे ध्यान में रखते हुए हम सभी ने एकजुट होकर निर्णय लिया है। इस निर्णय के अंतर्गत 21 सितंबर 2023 के बाद भविष्य में किसी भी धर्म या राजनीतिक दल का झंडा नहीं फहराया जाएगा।
इतना ही नहीं यहां उपरोक्त स्थानों पर फहराने की अनुमति दी जाएगी। यदि किसी भी समाज का कोई व्यक्ति किसी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला कार्य करता है या झंडे फहराता है, तो हमारे नेताओं द्वारा उसे ऐसा करने से रोका जाएगा। यदि वह हमारे नेताओं के खिलाफ भी जाता है या कोई गलत कार्य करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। महुधा गांव में वर्षों से शांति का माहौल है और हम नेता उस शांति के माहौल को कायम रखने की जिम्मेदारी ले रहे हैं। इस बात पर सहमति बनी है कि सार्वजनिक सड़कों पर केवल राष्ट्रीय ध्वज ही प्रदर्शित किया जाएगा।
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