दक्षिण गुजरात के आम देश भर में प्रसिद्ध है, लेकिन दक्षिण गुजरात में बिन मौसम बारिश से आम की फसल खराब हो सकती है। बेमौसम बारिश के पूर्वानुमान से फसल खराब होने का खतरा है। उल्लेखनीय है कि गन्ना दक्षिण गुजरात की मुख्य फसल है और आम को किसान बागवानी फसल के रूप में उगाते हैं। दक्षिण गुजरात के आम पूरी दुनिया में मशहूर हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते दक्षिण गुजरात में झमाझम बारिश की आशंका से किसान चिंतित हैं।
बेमौसम बारिश की संभावना
दक्षिण गुजरात में, विशेषकर नवसारी वलसाड और धरमपुर क्षेत्रों में, आम प्रचुर मात्रा में पैदा होते हैं। इस क्षेत्र का केसर आम बहुत मीठा होता है और इस वजह से आम प्रेमी इसके बाजार में आने का बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन, पिछले कुछ सालों से ग्लोबल वार्मिंग के कारण जलवायु में अचानक आए बदलाव के कारण आम का स्वाद भी बिगड़ता जा रहा है।
दक्षिण गुजरात में पिछले एक सप्ताह से लोगों को असहनीय गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, वायुमंडल में उलटफेर हो सकता है, जिससे मानसून जैसी स्थिति या बेमौसम बारिश भी हो सकती है।
आम की फसल कम होने की संभावना
किसान नेता जयेश पटेल ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मावठा जैसी स्थिति की आशंका जताई गई है। वर्तमान समय में जब आम की फसल तैयार होने वाली है, ऐसे में अगर काम के मौसम में बारिश हो गयी तो आम की फसल को भारी नुकसान होने की आशंका है। मार्च के महीने में भी मानसून था और इस वजह से जिन आमों में बौर आना शुरू हो जाना चाहिए था, वे ठीक से नहीं लगे, जिससे फसल को शुरू से ही नुकसान हुआ। वर्तमान में बेमौसम बारिश से अधिक नुकसान होने की संभावना है। दक्षिण गुजरात में लगभग 85 हजार हेक्टेयर भूमि पर आम की खेती की जाती है। अगर बेमौसम बारिश हुई तो इस बार आम का स्वाद बिगड़ने की आशंका है।
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