“Happiness can be found even in the darkest of the times, if only one remembers to turn on the light.” – Albus Dumbledore (JK Rowling) Harry Potter and the Prisoner of Azkaban
ख़ुशी…..यह भले ही एक छोटा सा शब्द है, लेकिन इसकी कीमत अमूल्य है। ख़ुशी ही एक ऐसी चीज़ है जो हमें जीने की उम्मीद देती है। ख़ुशी के बिना तो हम बस ज़िंदा ही रह सकते हैं, लेकिन जिंदगी नहीं जी सकते। इसलिए लोगों को ख़ुशी की एहमियत समझाने, उन्हें खुश रहने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आज से तक़रीबन 13 साल पहले International Day for Happiness की शुरुआत हुई थी।
International Day for Happiness हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद लोगों को खुशी के महत्व के बारे में जागरूक करना और जीवन में खुशहाली लाने के नए मौके तलाश करना सीखाना है। कहते हैं न “लाफ्टर इज़ थी बेस्ट मेडिसिन।” अगर हम खुश रहते हैं तो हमारा स्वास्थ्य सही रहता है। इस दिन हर साल UN अपनी Happiness Index की सूचि जारी करता है।
हैप्पीनेस रिपोर्ट के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की जाती है कि किस देश में लोग कितने खुश हैं। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य ही यह है कि सरकारें अपनी रणनीतियों में अपनी जनता की सुख और खुशहाली को ध्यान में रखते हुए काम करें। Happiness Day की ऑफिसियल वेबसाइट ने एक हैशटैग निकाला है #HAPPINESSFORALLHUMANITY जो हमें खुशियां बांटने के लिए प्रेरित करता है।
दरअसल साल 2011 में यूएन एडवाइजर जेम इलियन ने UN असेंबली में हैप्पीनेस डे मनाने का प्रस्ताव रखा था। उसके बाद 2012 में UN में हैप्पीनेस को लेकर पहली जनरल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस कॉन्फ्रेंस में 20 मार्च को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। बता दें कि इस दिन का प्रस्ताव सबसे पहले भूटान ने रखा था। भूटान के हिसाब से खुश रहने के लिए जीडीपी इतना ज़रूरी नहीं है। इसलिए वहां की सरकार Happiness index को सबसे ज़्यादा महत्व देती है। उनके लिए GDP happiness के बाद आता है।
हर साल 20 मार्च को UN happiness index निकालता है। इस साल ये प्रक्रिया की गई। बुधवार को UN ने happiness index जारी किया। इसके मुताबिक फ़िनलैंड सबसे खुशहाल देश है। यह लिस्ट में टॉप पर आया है। नॉर्डिक नेशंस का दबदबा टॉप रैंकिंग में कायम है। फ़िनलैंड के बाद उसके आसपास की रैंक्स डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन ने हासिल की है। आपको बता दें कि पिछले साल की तरह इस बार भी भारत का नाम 126 नंबर पर है। अफ़ग़ानिस्तान में अभी के हालातों को मद्दे नज़र रखते हुए, उसे लिस्ट में एकदम आखरी स्थान दिया गया है।
तो आज के दिन जाइए और अपने दोस्तों को, प्रियजनों को और सभी इंसानों को दो पल के लिए ही सही, लेकिन खुश करिए। कहते है न खुशियां बांटने से बढ़ती है। तो आज जितनी हो सके उतनी खुशियां बाँटिए।
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