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ट्रंप के खिलाफ ‘Hands of Protest’: 50 राज्यों में से किसने उठाई अपनी आवाज?

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उद्योगपति एलन मस्क के खिलाफ ‘Hands of Protest’ नामक विरोध प्रदर्शनों की लहर उठी है। 5 अप्रैल, 2025 को आयोजित इन प्रदर्शनों में सभी 50 राज्यों में लाखों लोगों ने भाग लिया, जो ट्रंप प्रशासन की नीतियों और मस्क की आर्थिक भूमिकाओं के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे थे।

विरोध के मुख्य कारण:

  1. आर्थिक नीतियों का विरोध: प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप द्वारा लागू किए गए नए टैरिफ और उनके परिणामस्वरूप आर्थिक मंदी की आशंका पर चिंता जताई। इन टैरिफों के कारण अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।

  2. सामाजिक सेवाओं में कटौती: प्रदर्शनकारियों ने मेडिकेड, सोशल सिक्योरिटी और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं में कटौती के खिलाफ आवाज उठाई, जिससे समाज के कमजोर वर्गों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

  3. एलन मस्क की भूमिका: एलन मस्क पर संघीय बजट में आक्रामक कटौती करने और सरकारी सेवाओं को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया, जिससे जनता में असंतोष बढ़ा।

प्रदर्शनों का विस्तार:

  • राष्ट्रीय स्तर पर: देशभर में लगभग 1,200 रैलियां आयोजित की गईं, जिनमें न्यूयॉर्क, वाशिंगटन डी.सी., लॉस एंजेलेस और अन्य प्रमुख शहरों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

  • अंतरराष्ट्रीय समर्थन: पेरिस और लंदन जैसे शहरों में भी एकजुटता प्रदर्शनों का आयोजन किया गया, जिससे यह विरोध वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित कर सका।

प्रमुख वक्ता और उनके विचार:

विरोध प्रदर्शनों में प्रतिनिधि जेमी रास्किन, इल्हान उमर और मैक्सवेल फ्रॉस्ट जैसे प्रमुख नेताओं ने भाग लिया और जनता से सक्रियता बनाए रखने और प्रभावित समुदायों का समर्थन करने का आह्वान किया।

व्हाइट हाउस ने इन विरोधों के बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों का बचाव किया और संघीय सरकार के पुनर्गठन की प्रतिबद्धता दोहराई।

‘हैंड्स ऑफ!’ विरोध प्रदर्शनों ने अमेरिका में बढ़ते असंतोष और ट्रंप प्रशासन की नीतियों के प्रति जनता की नाराजगी को उजागर किया है। इन प्रदर्शनों से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिकी नागरिक अपने अधिकारों और सामाजिक सेवाओं की रक्षा के लिए संगठित होकर आवाज उठा रहे हैं।