गुजरात सरकार द्वारा जारी बजट 2025-26 में महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी गई है। इसी कड़ी में, वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने नई ‘सखी साहस योजना’ की शुरुआत की है, जिसके लिए ₹100 करोड़ का आवंटन किया गया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि आधुनिक गुजरात के निर्माण में नारी शक्ति की भूमिका अहम है, इसलिए महिला शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को लेकर सरकार ने नई योजनाएँ लागू की हैं। ‘सखी साहस योजना’ के तहत महिलाओं को साधन सहायता, लोन गारंटी और प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके अलावा, गुजरात में बाहर से नौकरी करने आने वाली महिलाओं के लिए विशेष सुविधायुक्त वर्किंग वुमन हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा। अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट और गांधीनगर में वर्किंग वुमन हॉस्टल बनाए जाएंगे, जिसके लिए ₹69 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।
महिलाओं के लिए 5 बड़ी घोषणाएँ
- सखी साहस योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल।
- वर्किंग वुमन हॉस्टल की सुविधा अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा सहित अन्य मेट्रो शहरों में।
- PNG-LPG सहायता योजना के तहत ₹500 करोड़ का आवंटन।
- गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना के तहत विधवा महिलाओं को ₹1250 मासिक सहायता, जिसके लिए ₹3015 करोड़ की व्यवस्था।
- वहाली बेटी योजना के तहत ₹217 करोड़ की सहायता राशि।
मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना के लिए ₹372 करोड़ का बजट
मुख्यमंत्री मातृशक्ति योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को 1000 दिनों तक पोषण सहायता प्रदान करने के लिए सरकार ने ₹372 करोड़ का आवंटन किया है। इस योजना के तहत हर लाभार्थी को 2 किलो चना, 1 किलो दाल और 1 लीटर खाद्य तेल दिया जाएगा।
इसके अलावा, पूर्णा योजना के तहत किशोरियों में कुपोषण की रोकथाम के लिए पूर्णा शक्ति पैकेट्स के लिए ₹335 करोड़ का बजट तय किया गया है।
गुजरात सरकार की इन नई योजनाओं से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके आर्थिक-सामाजिक विकास को मजबूती मिलेगी।
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