मनुष्य पृथ्वी पर सबसे बुद्धिमान व्यक्ति है। साथ ही मनुष्य कोई भी कार्य सोच-विचारकर ही करता है। अगर कोई मशीन इसी तरह से काम करती है तो उसे AI कहा जाता है। वर्तमान में, AI पूरी दुनिया में धूम मचा रहा है। AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी आजकल लोगों के लिए Google जितना ही महत्वपूर्ण हो गया है। साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कई वास्तविक उपकरण भी लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो रहे हैं।
क्या है AI ?
अगर सरल शब्दों में AI का मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है, यह इंसान की तरह सोचने की कृत्रिम रूप से विकसित बौद्धिक क्षमता है। कोडिंग के माध्यम से, मशीनों में मानव जैसी बुद्धि विकसित की जाती है जिससे वे मनुष्यों की तरह सीख सकें, स्वयं निर्णय ले सकें, कार्य स्वयं कर सकें और यहां तक कि एक साथ कई कार्य भी कर सकें।
भारत में AI का बढ़ता उपयोग
भारत में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी की फिल्ड में AI की भूमिका बढ़ने लगी है। आजकल बच्चे भी अपना होमवर्क करने के लिए AI टूल का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही भारत के पहले AI टीचर भी चर्चा का विषय बन गए हैं। केरल के एक स्कूल में अब बच्चों को एआई रोबोट टीचर इंसानों की तरह साड़ी पहनकर पढ़ा रही हैं। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने कृषि से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा तक हर जगह अपनी जगह बना ली है। ऐसे में जब पूरी दुनिया AI पर निर्भर होती जा रही है तो अन्य महाशक्ति देशों की तुलना में भारत की स्थिति क्या है?
कई क्षेत्रों में AI का उपयोग ?
सभी क्षेत्रों में AI की दखल अंदाजी रफतार पकड़ रही है। न केवल सॉफ्टवेयर और ऐप्स कोडिंग बल्कि लेखन, फोटोग्राफी, फोटो और ग्राफिक्स डिजाइनिंग, संपादन, चिकित्सा, शिक्षा भी बड़े पैमाने पर आसानी से और पलक झपकते ही संभव हो गई है। इसके साथ ही ट्रैफिक नियंत्रण, स्मार्ट कार, सेल्फ-ड्राइविंग कार, वैक्यूम क्लीनर, पर्सनल असिस्टेंट रोबोट आदि के रूप में सड़क-रेल-विमान परिवहन में भी AI का उपयोग तेजी से बढ़ता जा रहा है।
लोगों की जरूरत बनता जा रहा AI
वर्तमान समय में जब AI का उपयोग हर क्षेत्र में बढ़ रहा है। उदाहरण के तौर पर समझा जाए तो चैट बॉक्स के बारे में तो हर कोई जानता ही होगा। चैट बॉक्स का उपयोग अब बेकरी से लेकर फूड डिलीवरी ऐप तक सभी आसानी से संवाद करने के लिए कर रहे हैं। इस सर्विस में ज्यादातर लोगों के पास यदि कोई सवाल होता है तो आपको उस सवाल को हल करने के लिए विकल्प दिए जाते हैं और जब आप किसी एक विकल्प को चुनते हैं तो दूसरा सवाल हल हो जाता है। इस प्रकार आपको विकल्प का चयन करते ही आपके प्रश्नों का उत्तर मिल जाता है। यह चैट बॉक्स आपको आपके सवालों का जवाब देने में मदद करता है।यदि आपको यह तरीका पसंद नहीं है तो आप ग्राहक सेवा नंबर या ऑनलाइन ग्राहक सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं।
देश की सिक्योरिटी में भी AI की महत्वपूर्ण भूमिका
इसके अलावा AI न सिर्फ शिक्षा, कृषि या बैंकिंग जैसी सेवाओं में बल्कि सीमा सुरक्षा में भी उपयोगी हो रहा है। पिछले 5 वर्षों में सुरक्षा में AI का उपयोग बढ़ा है। एआई से लैस कैमरे सीमा पर संदिग्ध वाहनों का पता लगाते हैं। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर यह गश्ती एजेंट को भी सचेत कर सकता है।
सीमा सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग सात देशों अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, इजराइल, कनाडा, भारत और नाइजीरिया द्वारा किया जा रहा है। ये देश AI की मदद से अवैध प्रवासन को रोक रहे हैं।
AI के उपयोग में भारत का स्थान?
यदि AI तकनीक के उपयोग की बात करें तो भारत में लगभग 2000 AI स्टार्ट-अप हैं। यह इतनी तेजी से विकसित हो रहा है कि कुछ ही वर्षों में भारत पूरी दुनिया के बीच एक महाशक्ति बनकर उभरेगा। फिलहाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल में भारत 10वें स्थान पर है। जबकि एआई के इस्तेमाल में अमेरिका और चीन सबसे आगे हैं। इन देशों में अध्ययन के लिए कुछ शैक्षणिक संस्थान खोले गए हैं। इसके अलावा सरकार कई तरह के प्रोत्साहन भी दे रही है। 2017 में चीन ने 2030 तक 150 अरब डॉलर का उद्योग स्थापित करने का लक्ष्य रखा था।
More Stories
मुख्यमंत्री के स्टाफ ने खाया समोसा! CID को सौंपी गई जांच, 5 पुलिसकर्मियों को नोटिस
अब गुजरात में जल्द होगा पेयजल की समस्या का समाधान, Wastewater Recycling Policy कमी से निपटने के लिए तैयार
गुजराती फिल्म “Ajab Raat Ni Gajab Vaat” का मेहसाणा में शानदार प्रमोशन, जानें क्या कहती है कहानी