गुजरात: पाकिस्तानी नागरिकों के साथ संघर्ष के बाद से किर्गिस्तान में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच भारतीय नागरिक और खासकर छात्र भी वहां उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं। किर्गिस्तान में 17 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ने गए हैं। गुजरात से भी बड़ी संख्या में छात्र वहां पढ़ रहे हैं और ये संघर्ष के बाद अब वे वहां फंस गए हैं।
वे भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है। छात्रों को दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है। अब गुजरात सरकार भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इस मामले में मुख्य सचिव को निर्देश दिये हैं।
गुजरात सरकार छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया, “जैसा कि किर्गिस्तान में भारतीय छात्रों पर हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं, गुजरात सरकार वहां रहने वाले गुजराती छात्रों की सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के लिए भारत के विदेश मंत्रालय और किर्गिस्तान के दूतावास के संपर्क में है।
गुजरात सहित भारत के लगभग 17,000 छात्र पढ़ाई के लिए किर्गिस्तान में बसे हैं, किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास वहां के विश्वविद्यालयों और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है और उन्हें भारतीय छात्रों की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
इन छात्रों के परिवारों से अनुरोध है कि वे हमलों के बारे में कुछ तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें। राज्य सरकार गुजरात के छात्रों की पूर्ण सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।”
किर्गिस्तान में रहने वाले छात्रों के लिए हेल्पलाइन की घोषणा
किर्गिस्तान में रहने वाले भारतीय छात्रों के लिए दूतावास से संपर्क करने और अपना विवरण देने के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 055710041 और 055005538 भी 24×7 चालू किए गए हैं। इन छात्रों के परिवारों से अनुरोध किया गया है कि वे हमलों के बारे में कुछ तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें। मौजूदा स्थिति में छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं। इतना ही नहीं, शैक्षणिक सत्र समाप्त होने के साथ ही छात्रों को घर वापस लाने के लिए एयरलाइन परिचालन भी चालू है।
राज्य सरकार का ध्यान गुजरात के छात्रों की पूरी सुरक्षा पर केंद्रित है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के निर्देशन में मुख्य सचिव राजकुमार और प्रशासन इन छात्रों की सुरक्षा के लिए समन्वय कर रहे हैं।
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