Republic Day : बाइडेन के इनकार के बाद भारत ने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को न्यौता भेजा है। अगर मैक्रों भारत का इनविटेशन स्वीकार करते हैं तो ऐसा छठी बार होगा जब फ्रांसीसी राष्ट्रपति भारत की रिपब्लिक डे परेड में शामिल होंगे।
1976 से लेकर भारत अब तक 5 बार फ्रांस के राष्ट्रपति को रिपब्लिक डे के लिए आमंत्रित कर चुका है। इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फ्रांस की बैस्टिल डे परेड में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। वो इस परेड में शामिल होने वाले दूसरे भारतीय प्रधानमंत्री थे। परेड में भारतीय राफेल ने उड़ा भरी थी। तीनों सेनाओं के मार्चिंग दस्ते के 269 जवानों ने परेड में हिस्सा लिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन रिपब्लिक डे 2024 यानी गणतंत्र दिवस के लिए भारत नहीं आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें चीफ गेस्ट के तौर पर आमंत्रित किया था। ये जानकारी भारत में अमेरिका के राजदूत एरिकगार्सेटी ने दी थी। इसके अलावा भारत में जनवरी में होने वाली क्वाड समिट भी टाल दी गई है। ये बैठक 26 जनवरी के आस-पास होने वाली थी।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक क्वाड की मीटिंग के लिए भारत ने जो शेड्यूल बनाया था, उस पर बाकी देश सहमत नहीं थे। आखिरी बार 2015 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस के समारोह में शामिल हुए थे। अपनी 3 दिन की यात्रा में ओबामा ने PM मोदी के साथ मन की बात कार्यक्रम में भी शिरकत की थी।
ये भी पढ़ें – औरतों-बच्चों को मारना बंद करे इजराइल : फ्रांसीसी राष्ट्रपति
इस बार अमेरिका ने अब तक भारत के गणतंत्र दिवस के न्योते पर कुछ नहीं कहा था। वहीं, क्वाड के मेंबर देश ऑस्ट्रेलिया का नेशनल डे भी 26 जनवरी को होता है। इसके चलते एंथनी अल्बनीज उस वक्त क्वाड की मीटिंग अटेंड नहीं कर सकते। लिहाजा इससे जापान के प्रधानमंत्री फुमिया किशिदा के भी भारत आने की ज्यादा उम्मीद नहीं रही थी।
More Stories
पाकिस्तान की शर्मनाक करतूत: शहीद सैनिकों के शव गधे पर लादकर ले जाने का वीडियो हुआ वायरल!
दिल्ली चुनाव 2024: AAP की पहली लिस्ट में बीजेपी और कांग्रेस के ‘बागी’ नेताओं की एंट्री, क्या है इसके पीछे की साजिश?
ग़रीब बच्चों के भविष्य को बचाने की बजाय, सरकारी नंदघर बन गए हैं खंडहर – क्या है इस भ्रष्टाचार की कहानी?