आज झारखंड के पहले चरण के चुनाव में 43 विधानसभा सीटों के साथ ही देश के 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर भी सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ। पूरे देश में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान की प्रक्रिया हुई, लेकिन कुछ राज्यों में हिंसा, झड़पों और कानून व्यवस्था की घटनाएं सामने आईं। इन सीटों के परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
पश्चिम बंगाल में TMC नेता अशोक साहू की हत्या
पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के जगतदल इलाके में टीएमसी नेता अशोक साहू पर अज्ञात हमलावरों ने बम फेंके और गोलीबारी की। इस हमले में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। अशोक साहू टीएमसी के पूर्व वार्ड अध्यक्ष रह चुके थे। इस घटना ने क्षेत्र में तनाव फैला दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। इस हमले के पीछे राजनीतिक कारण होने की संभावना जताई जा रही है।
राजस्थान में कांग्रेस के बागी उम्मीदवार ने SDM को मारा थप्पड़
राजस्थान के देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। समरावता मतदान केंद्र पर जब नरेश मीणा जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे, तो वहां तैनात एसडीएम अमित चौधरी ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इसके बाद नरेश मीणा ने एसडीएम चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बिहार में दो पक्षों के बीच झड़प, छह घायल
बिहार के तरारी विधानसभा क्षेत्र में भी मतदान के दौरान हिंसा की घटना हुई। वोटिंग को लेकर दो गुटों में झड़प हो गई, जिसमें मारपीट के दौरान छह लोग घायल हो गए। इनमें से एक युवक का सिर फट गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फ्लैग मार्च किया और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
केरल की वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी का दौरा
केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा भाजपा की नव्या हरिदास और लेफ्ट के सत्यन मोकेरी से मुकाबला कर रही हैं। प्रियंका गांधी ने आज मतदान केंद्र पर पहुंचकर लोगों से मुलाकात की और समर्थन मांगा। यह सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी और कांग्रेस इसे बरकरार रखना चाहती है। प्रियंका के दौरे के दौरान लोगों में उत्साह देखा गया, वहीं भाजपा और लेफ्ट ने भी इस सीट पर जोर-शोर से चुनाव प्रचार किया है।
चुनावी प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा और राजनीतिक तनाव
चुनावी प्रक्रिया के दौरान विभिन्न राज्यों में सुरक्षा बढ़ाई गई है, लेकिन कई स्थानों पर हिंसात्मक घटनाओं ने चुनाव आयोग और प्रशासन के लिए चुनौतियां बढ़ा दी हैं। कई राज्यों में राजनीतिक तनाव को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि कहीं भी किसी प्रकार की असुरक्षा या हिंसा ना हो, ताकि मतदाता स्वतंत्र रूप से अपने मत का प्रयोग कर सकें।
अब सभी की नजरें 23 नवंबर के नतीजों पर हैं, जब इन सीटों के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
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