01 Dec. Vadodara: लगातार पांच दिनों से आंदोलन कर रहे किसान आज सरकार से चर्चा करने पहुंचे हैं। दिल्ली के विज्ञान बैठक में सरकार और किसानों की बैठक हो रही है। बैठक से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बताते हैं कि, “हम उनके मुद्दे सुलझाने पर चर्चा करेंगे उनकी बात सुनने के बाद ही सरकार इनका हल निकालेगी।” मीटिंग में तोमर के साथ वाणिज्य मंत्री सोम प्रकाश और रेल मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद हैं।
सरकार के बुलावे पर किसानों ने कहा था कि वह मीटिंग के लिए इसलिए राज़ी हुए हैं, क्योंकि इस बार सरकार ने कोई शर्त नहीं रखी है। इधर हरियाणा के निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने खट्टर सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। सांगवान ने कहा, “किसानों पर हुए अत्याचारों को देखकर मैं सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं।”
इधर, गाजीपुर-गाजियाबाद सीमा पर मौजूद भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने पंजाब के डेलीगेशन को दोपहर 3 बजे चर्चा के लिए बुलाया था। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली के डेलीगेशन से शाम 7 बजे चर्चा होगी। हम सब इस मामले में पूरा समाधान चाहते हैं।
पहले पंजाब के किसानों को ही दिया गया था न्योता
सरकार ने देर रात किसानो संघ बातचीत का न्योता भेजा था। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि जो किसान नेता 13 नवंबर की मीटिंग में शामिल थे उन्हें न्योता दिया गया है, हालांकि इस पर विवाद हो गया।
दरअसल कृषि विभाग सचिव की ओर से जारी हुए न्योते कि चिट्ठी में 32 किसानों के नाम थे। चिट्ठी में जारी किए सभी नाम पंजाब के किसान नेता थे। इसके बाद हरियाणा के अपने साथियों का नाम भी चिट्ठी में शामिल करने का दबाव बनाने लगे। इसके बाद न्योते में हरियाणा से गुरनाम चढूंनी और मध्य प्रदेश से किसान नेता शिवकुमार शर्मा कक्काजी क नाम भी सूची में शामिल किया गया। 32 साल बाद ऐसा आंदोलन, 36 घंटे में सरकार की तीसरी बैठक हो रही है।
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