7 Jan. Vadodara: किसान आंदोलन कर रहे किसानों का आज दिल्ली की सीमाओं पर 43 वा दिन है। किसान आज दिल्ली के चारों ओर ट्रेक्टर मार्च निकाली जा रही है। इस मार्च को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि इसमें 60 हज़ार ट्रेक्टर शामिल हैं। ट्रेक्टर रैली सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी से शाहजहांपुर, गाज़ीपुर से पलवल और पलवल से गाज़ीपुर तक निकली जा रही है।
किसानों के मार्च को देखते हुए पुलिस ने कुंडली-मानेसर-पलवल टोल प्लाजा पर सुरक्षा के प्रबंध और कड़े किये।
गाजियाबाद के ADM (सिटी) शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा, “किसानों के मार्च को देखते हुए पर्याप्त पुलिस तैनात की गयी है, वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है। 26 जनवरी को किसान परेड की भी तैयारी कर रहे हैं।
किसानों का कहना है, “सरकार ने मांगी नहीं मानीं तो 26 जनवरी को भी ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी। आज का मार्च उसी का ट्रेलर है। हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गांव से 10 महिलाओं को 26 जनवरी के लिए दिल्ली बुलाया है। तो वहीं, यही अपील UP के किसानों ने भी की है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च की अगुआई महिलाएं ही करेंगी। हरियाणा की करीब 250 महिलाएं ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं।
किसानों की सरकार से कल होनी है बातचीत
किसानों और सरकार के बीच 4 जनवरी की बैठक बेनतीजा रहने के बाद अगली तारीख 8 जनवरी की तय हुई। अगली बैठक में कृषि कानूनों को वापस लेने और MSP पर अलग कानून बनाने की मांग पर बात होनी है। यह 9वें दौर की बैठक होगी। इससे पहले सिर्फ 7वें दौर की मीटिंग में किसानों की 2 मांगों पर सहमति बन पाई थी, इसके अलावा बाकी सभी बैठकें बेनतीजा रहीं।
सुप्रीम कोर्ट में 11 जनवरी को होनी है सुनवाई
कृषि कानून रद्द करने की अर्जी पर उच्च न्यायलय ने बुधवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अटॉर्नी जनरल के.के वेणुगोपाल से कहा कि, “स्थिति में कोई सुधार नहीं है।” साथ ही कहा, “किसानों की हालत समझते हैं। अब 11 जनवरी को सुनवाई होगी।” उधर, पंजाब के CM अमरिंदर सिंह ने भी कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात रखी है।
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