CATEGORIES

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
Friday, November 15   7:32:27

बीरभूम की कोयला खदान में धमाका: 7 मजदूरों की मौत, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल

 पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की एक कोयला खदान में एक भीषण धमाके ने 7 मजदूरों की जान ले ली है और कई अन्य घायल हो गए हैं। यह घटना कोलियरी गंगारामचक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड (GMPL) में हुई, जहां कोयला क्रशिंग के दौरान विस्फोट के कारण यह दुर्घटना हुई।

यह धमाका उस समय हुआ जब खदान में मजदूर कोयला क्रशिंग के काम में लगे हुए थे, और कई लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग निकले। घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस और राहत टीमें तुरंत पहुंच गईं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि स्थानीय बीजेपी विधायक भी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

इस घटना की वजह से स्थानीय लोगों में भय और चिंता का माहौल है, खासकर उन परिवारों में जो अब अपने प्रियजनों को खो चुके हैं। जब खदान में विस्फोट किया जाता है, तो वहां सुरक्षा का उचित ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक होता है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था?

यह धमाका केवल एक हादसा नहीं, बल्कि प्रशासन और सुरक्षा उपायों की लापरवाही का परिणाम प्रतीत होता है। मजदूरों की जानें खतरे में हैं और यह एक गंभीर चेतावनी है कि औद्योगिक सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।

इस तरह की घटनाओं से हमें यह समझने की आवश्यकता है कि हम अपने मजदूरों की सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं। क्या हम सच में यह चाहते हैं कि हमारे श्रमिक हर दिन काम पर जाते हुए अपनी जान को जोखिम में डालें? सरकार और संबंधित अधिकारियों को इस मामले की गहन जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

सिर्फ राहत कार्य करने से स्थिति में सुधार नहीं होगा; हमें दीर्घकालिक सुरक्षा उपायों को लागू करने की भी आवश्यकता है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

बीरभूम की कोयला खदान में हुए इस दर्दनाक हादसे ने सुरक्षा प्रबंधन की खामियों को उजागर किया है। जब तक हम सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेंगे, तब तक मजदूरों की जानें खतरे में रहेंगी। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम एक सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण सुनिश्चित करें।