वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) में लापरवाही, बेपरवाही और अंधाधुंध कार्यों के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ताजा मामला तसराली से बरोडा डेयरी रोड तक बने जॉगिंग ट्रैक का है, जहां 2.85 करोड़ की लागत से बने इस ट्रैक को खुदाई कर बीच में वाईफाई टावर लगा दिया गया। खुदाई के दौरान बारिश के पानी की कांस (ड्रेनेज) के स्लैब को भी नुकसान पहुंचा है। पूर्व मेयर निलेश राठौड़ ने इस कार्य का विरोध किया था, लेकिन उनके विरोध को अनदेखा कर टावर खड़ा कर दिया गया।
जॉगिंग ट्रैक की खुदाई और वाईफाई टावर का विवाद
नगर निगम द्वारा एक वर्ष पूर्व तसराली सब्जी मार्केट से बरोडा डेयरी तक 2.85 करोड़ रुपए की लागत से जॉगिंग ट्रैक बनाया गया था। इस ट्रैक का उपयोग सुबह और शाम को टहलने वाले लोगों के लिए किया जाता है। हालांकि, हाल ही में बरोडा डेयरी के पास ओएनजीसी की पानी की टंकी के सामने इंडस कंपनी का वाईफाई टावर लगाने के लिए ट्रैक को बीच से खोद दिया गया।
खुदाई के दौरान कांस के स्लैब को भी तोड़ दिया गया, जिससे पूर्व मेयर निलेश राठौड़ ने नाराजगी जताई। उनका कहना है कि जुलाई में ही टावर लगाने का कार्य रोका गया था, लेकिन अब उनकी गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए फिर से कार्य कर दिया गया।
पूर्व मेयर का बयान
“जुलाई में टावर लगाने का काम शुरू हुआ था, तब इसे बंद कराया गया था। मैंने ट्रैक के दूसरी तरफ टावर लगाने का सुझाव दिया था। नवंबर में काम फिर शुरू हुआ और मैंने रोक लगाई। लेकिन मेरी 3 दिन की गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए अधिकारियों ने टावर खड़ा कर दिया।”
– निलेश राठौड़, पूर्व मेयर
नगर निगम की सफाई और कार्रवाई का आश्वासन
आईटी विभाग के निदेशक मनीष भट्ट ने सफाई देते हुए कहा कि पानी और गैस लाइन की वजह से टावर को फुटपाथ पर स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा:
“टावर आमतौर पर फुटपाथ पर ही लगाए जाते हैं। ठेकेदार को नोटिस जारी कर जुर्माना लगाया जाएगा और बारिश के पानी के स्लैब का मरम्मत कार्य भी कराया जाएगा। फिलहाल टावर को हटा लिया गया है।”
– मनीष भट्ट, निदेशक, आईटी विभाग
पहले भी हो चुकी है लापरवाही
नवंबर में ठेकेदार द्वारा ट्रैक पर खुदाई के दौरान बरोडा डेयरी जाने वाली पानी की लाइन को भी नुकसान पहुंचा था। तब नगर निगम के आईटी विभाग ने ठेकेदार को नोटिस जारी किया था और उसके बाद मरम्मत का काम कराया गया।
साइकिल ट्रैक के बाद अब जॉगिंग ट्रैक की बारी
यह पहली बार नहीं है जब इस प्रकार का मामला सामने आया हो। वाघोडिया रोड पर 1.89 करोड़ की लागत से साइकिल ट्रैक बनाया गया था, जिसे पानी की पाइपलाइन बिछाने के लिए बीच से खोद दिया गया। अब तसराली-बरोडा डेयरी रोड पर 2.85 करोड़ में बने जॉगिंग ट्रैक को खुदाई कर नुकसान पहुंचाया गया है, जिससे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
निगम के खिलाफ बढ़ता आक्रोश
नगर निगम की इस तरह की लापरवाह योजनाएं और बिना किसी समुचित योजना के कार्यों की वजह से शहरवासियों में रोष बढ़ रहा है। करोड़ों के खर्च से बनाए गए ट्रैक को बार-बार खोदने की वजह से भ्रष्टाचार के आरोप भी लग रहे हैं।
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