एलन मस्क (Elon Musk) की न्यूरालिंक कंपनी ने इतिहास रच दिया है। कंपनी द्वारा इंसानी दिमाग में चिप लगाने का पहला परीक्षण सफल हो गया है। यह चिप दिव्यांग व्यक्ति को कंप्यूटर अपने विचारों से नियंत्रित करने में मदद करेगी। मस्क ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए यह जानकारी शेयर की है।
यह चिप, जिसे “लिंक” कहा जाता है, एक सिक्के के आकार का है और इसे खोपड़ी में लगाया जाता है। यह मस्तिष्क से विद्युत संकेतों को रिकॉर्ड करता है और उन्हें कंप्यूटर को भेजता है। कंप्यूटर तब इन संकेतों का उपयोग कर्सर को नियंत्रित करने, स्क्रॉल करने और अन्य कार्यों को करने के लिए कर सकता है।
यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह न्यूरालिंक के लिए एक बड़ी सफलता है। यह चिप दिव्यांगों के जीवन में क्रांति ला सकती है और उन्हें फिर से स्वतंत्रता और गतिशीलता प्रदान कर सकती है।
न्यूरालिंक के अनुसार, लिंक चिप का उपयोग भविष्य में अन्य चिकित्सा स्थितियों के इलाज के लिए भी किया जा सकता है, जैसे कि:
अल्जाइमर रोग
पार्किंसंस रोग
मिर्गी
अवसाद
यह चिप मानव क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती है। यह हमें अपने विचारों का उपयोग करके इंटरनेट से जुड़ने, स्मार्ट उपकरणों को नियंत्रित करने और अन्य कार्यों को करने की अनुमति दे सकती है।
हालांकि, कुछ नैतिक चिंताएं भी हैं:
गोपनीयता: कुछ लोग चिंतित हैं कि यह चिप लोगों के विचारों को पढ़ने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है।
सुरक्षा: कुछ लोग चिंतित हैं कि यह चिप हैकर्स द्वारा हैक की जा सकती है।
असमानता: कुछ लोग चिंतित हैं कि यह चिप केवल अमीर लोगों के लिए उपलब्ध होगी।
यह अभी भी शुरुआती दिन हैं, लेकिन न्यूरालिंक की लिंक चिप में दुनिया को बदलने की क्षमता है।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह तकनीक अभी भी विकास के शुरुआती चरण में है। यह चिप अभी तक व्यावसायिक रूप से उपलब्ध नहीं है और इसके कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
हालांकि, यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह न्यूरालिंक के लिए एक बड़ी सफलता है। यह चिप दिव्यांगों के जीवन में क्रांति ला सकती है और उन्हें फिर से स्वतंत्रता और गतिशीलता प्रदान कर सकती है।
More Stories
केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, खत्म हुई ‘No Detention Policy’, जानें क्या हुए बदलाव
पेरिस ओलंपिक में इतिहास रचने वाली शूटर मनु भाकर को ‘खेल रत्न’ की लिस्ट से क्यों किया गया बाहर?
नालंदा की वो मस्जिद जिसकी देखभाल करते हैं हिंदू, सांप्रदायिक सद्भावना की अद्भुत मिसाल