Eco-Friendly Living: आज हम हमारे जीवन में छोटी से छोटी चीजों के लिए निर्भर हो गए हैं। जो हमें कहीं न कहीं तबाही की ओर ढकेल रही है। हमारे पर्यावरण में प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि आज भारत में हर 3 मिनट में एक बच्चा वायु प्रदूषण के कारण हो रही बीमारियों से मर रहा है। ग्बोबल बर्डन ऑफ डिजीस रिपोर्ट के अनुसार 2017 में लगभग 2 लाख बच्चों की मौत जहरीली हवा से हुए यानी हर रोज साढ़े पांच सौ बच्चों की मौत। आज हम इसे और बढ़ावा दे रहे हैं, तो क्यों न आप और हम मिलकर अपने जिंदगी में कुछ ऐसा करें जिससे पर्यावरण में बदलाव आ सके। इसके लिए आपको कुछ बड़ा करने की जरूरत नहीं है। आप अपने रूटीन लाइफ में ही छोटा सा बदलाव कर बड़ा परिवर्तन कर सकते हैं। इस ब्लॉग में हम आपको ऐसी आदतें बताने वाले हैं जिससे आप प्राकृतिक संसाधनों के दोहन को बचा सकते हैं।
पानी का दुरुपयोग करने से बचें
आपने सुना होगा जल ही जीवन है। जल के बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। लेकिन, आज इसका दुरपयोग अंधाधूध हो रहा है। आप छोटी-छोटी आदतें अपना कर पर्यावरण संजो सकते हैं।
– ज्यादा देर तक शॉवर में न नहाएं।
– कहीं किसी नल में लीक हो तो उसे तुरंत ठीक कराएं।
– पेड़-पौधो को पानी देते वक्त सावधान रहें, उन्हें उनकी क्षमता के हिसाब से पानी दें।
– सुबह ब्रश करते वक्त नल बंद रखें।
– किचन से चावल सब्जी धोने के बाद पानी को पेड़ पौधों में डाल सकते हैं।
घर पर बनाएं किचन गार्डन
अपने घर पर फल और सब्जियों को उगा कर आप परिवहन और पैकेज के लिए उपयोग होने वाले संसाधनों को कम कर सकते हैं। यदि आप अपने घर पर फल सब्जियां उगाते हैं तो आपको ताजी-ताजी सब्जियां आसानी से मिल जाएंगी। आपको इसके लिए बाजार भागने की जरुरत नहीं होगी।
बिजली की स्मार्ट बचत
बिजली बचाना उतना कठिन नहीं जितना आप सोचते हैं। हम छोटी-छोटी कोशिश कर के बहुत बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।
– जब आप किसी कमरे से बाहर निकले तो लाइटें बंद कर दें।
– सर्दियों में एयर कंडीशनिंग का प्रयोग सीमित कर सकते हैं।
– यदि आप AC या हीटर का इस्तेमाल कर रहे हो तो खिड़कियां और दरवाजे बंद कर दें। आप अपने घर पर सोलर भी लगवा सकते हैं, इससे बिजली के बिल में भी कमी आएगी।
– कपड़े सुखाने के लिए ड्रायर छोड़कर रस्सी का प्रयोग कर सकते हैं।
– एलईडी, सीएफएल लाइट, सौर पैनल और स्मार्ट थर्मोस्टेट जैसे उपकरणों का प्रयोग करें।
चीजों को करें रीसाइकल
एक रिपोर्ट के अनुसार औसत अमेरिकी हर दिन लगभग 5 पाउंड कचरा पैदा करता है। लेकिन छोटे-छोटे कदम उठा कर आप बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।
– मार्केट जाते वक्त ध्यान रखें कि ऐसी वस्तुएं खरीदें जिसमें बहुत ज्यादा पैकेजिंग न हो या जब संभव हो तो उसे रीसाइकल करें।
– जब भी आप बैग, पानी के बोटल खरीदें तो ध्यान रखें की इन्हें री यूज किया जा सके।
– कचरा फेकते वक्त गीला कचरा और सुखा कचरा दो भागों में फेके जिससे उस कचरे को पुन: उपयोग में लाया जा सके।
– पुरानी वस्तुओं को दान करने के बारे में सोचें, हो सकता वो किसी के काम आ जाए।
वाहन का करें कम उपयोग
मोटर-कार वायु प्रदूषण और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का प्रमुख स्त्रोत है। आप सार्वजनिक परिवहन, कारपूलिंग, साइकल या पैदल चल कर प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकते हैं। ऐसी छोटी-छोटी कोशिशों से ही वायु गुणवत्ता में काफी सुधार आ जाएगा।
इको फ्रेंडली वस्तुओं का उपयोग करें
कई ऐसे सफाई करने वाले कैमिकल्स आ गए हैं, जो हमारा घर तो साफ कर देते हैं, लेकिन वो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। जैसे ब्लीच, फ्लोर पॉलिश, ओवन क्लीनर, एयर फ्रेशनर, एरोसोल स्प्रे आदि तो ऐसे उत्पादों को उपयोग करने से बचे। इसके लिए आप ईकोफ्रैंडली पदार्थों का उपयोग कर सकते हैं।
जितना ज्यादा हो सके पेड़ लगाएं
ज्यादातर लोगों की शिकायत होती है कि हमारे घर जगह नहीं है। लेकिन, आज ऐसे-ऐसे पेड़-पौधे आ गए हैं जिन्हें आप आसानी से अपने घर पर लगा सकते हैं। कई पेड़ ऐसे होते हैं जिन्हें ज्यादा धूप और मिट्टी की जरूरत नहीं होती है। वे घर के अंदर भी पनप जाते हैं। तो यदि आपके बाल्कनी, पोर्च या विंडो पर जहां भी जगह मिले आप ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं।
इनके जैसे कई ऐसे उपाय हैं जिनका प्रयोग करके आप अपने पृथ्वी को प्रदूषित होने से बचा सकते हों। आपके जीवन में छोटे-छोटे बदलाव पर्यावरण पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं। यदि आपकों हमारा ये ब्लॉग पसंद आए तो इस पर कमेंट जरूर करें।
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