जब ज़ुनून और इनोवेशन मिलते हैं, तो कुछ ऐसा बनता है जो न केवल लोगों को चौंकाता है, बल्कि पर्यावरण को भी राहत देता है। वडोदरा के एक युवा उद्यमी ने ऐसी ही एक क्रांतिकारी सोच को हकीकत में बदला है उन्होंने ‘एडिबल स्पून’ यानी खाने योग्य चम्मच बनाई है, जो अब विदेशों में भी धूम मचा रही है।
क्या है ये एडिबल स्पून?
यह चम्मच आटे से बनी होती है और खाने के बाद इसे फेंकने की जरूरत नहीं पड़ती – आप इसे आराम से खा सकते हैं। यह चम्मच न केवल स्वादिष्ट है बल्कि पूरी तरह से इको-फ्रेंडली भी है। प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को कम करने में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
कैसे हुई शुरुआत?
गुजरात के वडोदरा शहर के युवा कुर्विल पटेल ने इस इनोवेटिव आइडिया को मूर्त रूप दिया। जब उन्होंने देखा कि हर दिन लाखों प्लास्टिक की चम्मचें कूड़े में जाती हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं, तो उन्होंने तय किया कि कुछ ऐसा बनाया जाए जो इस समस्या का हल हो।
विदेशों में मचाई धूम
आज इस कंपनी की क्षमता प्रतिदिन 3 लाख एडिबल स्पून बनाने की है। खास बात यह है कि इन चम्मचों की डिमांड केवल भारत में नहीं, बल्कि अमेरिका, यूरोप और कई अन्य देशों में भी ज़बरदस्त है। लोग इसे पसंद कर रहे हैं – क्योंकि यह एक साथ स्वाद, सुविधा और पर्यावरण की चिंता तीनों को संतुलित करता है।
एक मिसाल बन चुके हैं कुर्विल पटेल
कुर्विल पटेल न सिर्फ एक सफल बिज़नेस आइडिया के लिए जाने जा रहे हैं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं। उनका मानना है कि “परिवर्तन की शुरुआत हमेशा छोटे कदमों से होती है।”
तो अगली बार अगर कोई आपसे कहे ‘चम्मच खाओ’, तो चौंकिए मत हो सकता है वो कुर्विल पटेल की बनाई एडिबल स्पून की बात कर रहा हो!

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