अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा स्थित उग्रवादी संगठन हमास को कड़ी चेतावनी दी है। ट्रम्प ने हमास से कहा है कि वे सभी बंधकों को तुरंत रिहा करें और जिन लोगों की हत्या की गई है, उनके शव भी बिना किसी देरी के वापस किए जाएं, वरना उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि केवल विकृत मानसिकता वाले लोग ही शवों को अपने पास रखते हैं, और इस प्रकार के कार्य हमास द्वारा किए जा रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने बुधवार रात को बताया कि गाजा में बंधकों के मुद्दे पर अमेरिका और हमास के बीच कतर की राजधानी दोहा में पहली बार सीधी बातचीत हुई। इस बातचीत में अमेरिकी अधिकारियों ने इजराइल से पहले चर्चा की थी। इसके बाद, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने इस वार्ता के बारे में जानकारी दी। इजराइल के अधिकारियों ने बताया कि गाजा में अभी भी 24 जीवित बंधक हैं, जिनमें एक अमेरिकी नागरिक एडन अलेक्जेंडर भी शामिल हैं।
28 साल बाद हुआ अमेरिका-हमास के बीच सीधा संवाद
यह 28 सालों बाद हुआ पहला मौका था जब अमेरिका और हमास के बीच सीधी बातचीत हुई। इससे पहले, 1997 में अमेरिका ने हमास को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य अमेरिकी बंधकों की रिहाई और युद्ध समाप्त करने के लिए एक व्यापक समझौते पर चर्चा करना था।
कतर में हुई बातचीत के दौरान, व्हाइट हाउस ने विशेष दूत एडम बोहलर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने बंधकों के लिए काम करने में महत्वपूर्ण प्रयास किया है।
हमास ने लौटाए थे इजराइली बंधकों के शव
हमास ने 27 फरवरी को 4 इजराइली बंधकों के शव रेड क्रॉस को सौंपे थे। इसके बदले में, इजराइल ने 600 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था। इन शवों के नाम त्साची इदान, श्लोमो मंत्जुर, इत्जाक एल्गारात, और ओहद याहलोमी थे। इजराइल और हमास के बीच पहले फेज के सीजफायर में बंधकों की रिहाई हुई थी, हालांकि दूसरे फेज की वार्ता अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।
कैदियों की अदला-बदली के तीन फेज
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच कैदियों की अदला-बदली तीन फेज में होनी है:
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पहला फेज (19 जनवरी – 1 मार्च): इस दौरान हमास ने 33 इजराइली बंधकों को रिहा किया, जबकि इजराइल ने 33 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा किया।
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दूसरा फेज: इस फेज में हमास के द्वारा जीवित बंधकों की रिहाई होनी थी, लेकिन अभी तक इस पर कोई बातचीत शुरू नहीं हुई है।
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तीसरा फेज: अंतिम फेज में गाजा को पुनः बसाया जाएगा और मारे गए बंधकों के शव इजराइल को सौंपे जाएंगे।
यह संवाद और ट्रम्प द्वारा दी गई चेतावनी दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इससे गाजा और इजराइल के बीच संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक कदम और बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, हमास के साथ सीधी बातचीत करने की स्थिति न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक संभावित समाधान भी हो सकती है।
वर्तमान में, दोनों पक्षों के बीच लंबी और कठिन वार्ता की आवश्यकता है, ताकि बंधकों की रिहाई और शांति प्रक्रिया सुनिश्चित हो सके। ट्रम्प की चेतावनी से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है, और भविष्य में इसे हल करने के लिए दबाव बनाए रखेगा।
हमास और इजराइल के बीच बढ़ती कूटनीतिक बातचीत और ट्रम्प की स्पष्ट चेतावनी इस संघर्ष के समाधान में निर्णायक साबित हो सकती हैं। फिलहाल, इस युद्धविराम और बंधकों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया का तीसरा फेज बेहद महत्वपूर्ण होगा, जो दोनों पक्षों के लिए एक नई शुरुआत की ओर इशारा कर सकता है।
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