डेढ़ करोड़ के गहने सवा करोड़ कैश बरामद
डॉक्टर्स को डोलो प्रिस्क्राइब करने तगड़े इनसेंटिव
20-07-22
डॉक्टर्स को डोलो प्रिस्क्राइब करने तगड़े इनसेंटिव
कोरोना महामारी के दौरान काफी प्रचलित दवा डोलो 650 की निर्माता कंपनी माइक्रोलैब पर पड़े छापों से कंपनी और डॉक्टर्स की मिलीभगत का पर्दाफाश हुआ है।प्राप्त जानकारी अनुसार कंपनी ने डॉक्टर्स को यह दवा प्रिस्क्राइब करने तकरीबन 1000 करोड़ के तोहफो,भेट,सौगादो का किया था इंतजाम
कोरोना महामारी के वक्त कई लोगो की मृत्यु हो गई।तो कई लोगो को डोलो 650 की गोलियां दी जाती थी ,ताकि रोगी को बुखार,जुकाम जैसी तकलीफों में आराम मिल सके।लेकिन डोलो के इतने अधिक उपयोग में निर्माता कंपनी और देश के डॉक्टर्स की मिलीभगत का पर्दाफाश हुआ है।CBDT अनुसार देश के 9 राज्यों की 36 माइक्रोलैब्स कंपनी की जगहों पर आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापों में 1.20 करोड़ कैश और 1.40 करोड़ के गहने जब्त किए गए हैं। कंपनी ने अपनी दवा बेचने के लिए अयोग्य पद्धति का उपयोग किया। कोरोना के दौरान भारत के डॉक्टर्स डोलो को बेस्ट दवा कहते थे। और लोग भी खरीद रहे थे।यह दवा सस्ती थी। कोरोना के बाद डोलो की 4 लाख स्ट्रिप की प्रतिमाह बिक्री होती थी।एक स्ट्रिप में 15 गोलियां होती है। 2020 में कोरोना के मरीजों की संख्या ज्यों ज्यों बढ़ती गई, कंपनी को फायदा होता गया।कंपनी ने 350 करोड़ की गोलियां बेची। उस वक्त कंपनी को 1 वर्ष में 400 करोड़ की कमाई हुई थी। इस दवा को प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रयोग किए गए। माइक्रो लैब्स कंपनी ने कोरोना काल में डॉक्टर्स को डोलो प्रिसक्राइब करने के लिए तकरीबन एक हजार करोड़ की भेंट सौगातें दी। यूं इंसान की जिंदगी के साथ एक तरह से खिलवाड़ ही हुआ।
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