हाल ही में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है रूस द्वारा यूक्रेन में स्थित एक भारतीय कंपनी पर मिसाइल हमला किया गया। यह सवाल उठना लाज़मी है: क्या यह हमला जानबूझकर किया गया या फिर यह एक संयोग था? इस हमले ने वैश्विक व्यापार, कूटनीति और सुरक्षा नीति से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है मामला? रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के एक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक भारतीय कंपनी पर रूस की ओर से मिसाइल हमला हुआ। इस हमले में भारी नुकसान हुआ है, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह कंपनी भारत की है, जो पिछले कई वर्षों से यूक्रेन में व्यापार कर रही थी।
रूस की मंशा क्या थी? विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला पूरी तरह से योजनाबद्ध था। दरअसल, यह कंपनी न केवल भारत से जुड़ी है, बल्कि यह यूक्रेन की डिफेंस सप्लाई चेन का भी हिस्सा रही है। रूस की नज़र में यह सहयोग यूक्रेन को ‘सपोर्ट’ करने जैसा हो सकता है।
क्या है दशकों पुराना रिश्ता? भारत और रूस के बीच लंबे समय से रणनीतिक संबंध रहे हैं, लेकिन हाल के वर्षों में भारत का झुकाव पश्चिमी देशों और यूक्रेन की ओर भी देखा गया है। इससे रूस को यह संदेश गया हो सकता है कि भारत की कुछ कंपनियाँ परोक्ष रूप से यूक्रेन की मदद कर रही हैं।
भारत की प्रतिक्रिया अब सवाल उठता है कि भारत इस मामले में क्या रुख अपनाएगा? भारत ने अब तक किसी पक्ष में खुलकर बयान नहीं दिया है, लेकिन यह घटना भारत की विदेश नीति को झकझोर सकती है। यदि यह साबित होता है कि हमला जानबूझकर किया गया था, तो यह भारत-रूस संबंधों में एक बड़ा मोड़ हो सकता है।
यह हमला न केवल एक कंपनी पर हुआ है, बल्कि यह एक संदेश भी है सावधान रहिए, हम देख रहे हैं। रूस और यूक्रेन युद्ध अब सिर्फ दो देशों की लड़ाई नहीं रह गई, बल्कि यह अब वैश्विक स्तर पर व्यापार, कूटनीति और राजनीति को भी प्रभावित कर रही है। भारत के लिए यह समय है सोचने का क्या तटस्थ रहना अब भी संभव है?

More Stories
राजस्थान के पूर्व मंत्री खाचरियावास के दरवाज़े पर ईडी की दस्तक ; 48 हज़ार करोड़ की चाल में उलझी सियासत!
बॉलीवुड के ‘भाईजान’ को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला निकला मानसिक रोगी…वडोदरा से पुलिस ने पकड़ा
तमिलनाडु का एलान-ए-जंग ; केंद्र से टकराव में स्टालिन का संवैधानिक जवाब