CATEGORIES

April 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930  
Saturday, April 12   12:36:26
Cervical Cancer

महिलाओं में तेजी से फैल रहे Cervical Cancer के मामले, डरे नहीं अपनाएं ये उपाए

आजकल की बदलती जीवनशैली और अस्वस्थ आदतों के कारण कई प्रकार की बीमारियाँ तेजी से फैल रही हैं। इनमें से एक गंभीर बीमारी है कैंसर, जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न प्रकारों में पाया जाता है। महिलाओं के लिए घातक साबित होने वाले कैंसर में से एक है Cervical Cancer। International Women’s Day के अवसर पर, आइए जानते हैं कि यह कैंसर क्यों होता है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचने के उपाय क्या हो सकते हैं।

सर्वाइकल कैंसर क्या है?

सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के प्रजनन अंगों से जुड़ा एक गंभीर कैंसर है। यह गर्भाशय के निचले भाग, जिसे सर्विक्स कहा जाता है, में विकसित होता है। इस कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) संक्रमण है। यह वायरस ज्यादातर असुरक्षित यौन संबंधों के कारण फैलता है और यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह कैंसर का रूप ले सकता है।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

सर्वाइकल कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है और शुरुआत में इसके लक्षण स्पष्ट रूप से नजर नहीं आते। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • बार-बार पेशाब आना
  • सफेद स्राव (व्हाइट डिस्चार्ज)
  • हृदय जलन (हार्टबर्न) और पतले दस्त (लूज़ मोशन)
  • असामान्य रक्तस्राव
  • भूख न लगना या बहुत कम खाना
  • अत्यधिक थकान महसूस होना
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द या सूजन
  • बार-बार हल्का बुखार और कमजोरी
  • यौन संबंध के दौरान दर्द
  • मासिक धर्म के दौरान सामान्य से अधिक रक्तस्राव
  • लगातार पीठ दर्द
  • योनि मार्ग में गांठ या मस्से होना

यदि इन लक्षणों में से कोई भी लंबे समय तक महसूस हो रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है।

सर्वाइकल कैंसर के कारण

  • HPV संक्रमण: यह सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण है।
  • अनुवांशिकता: यदि परिवार में किसी को पहले यह कैंसर हो चुका है, तो महिलाओं में इसके होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • असुरक्षित यौन संबंध: यह वायरस यौन संचारित रोग (STD) के रूप में भी फैलता है।
  • कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली: अगर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो, तो इस वायरस का असर ज्यादा हो सकता है।
  • धूम्रपान और तंबाकू का सेवन: यह भी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।
  • गर्भनिरोधक गोलियों का लंबे समय तक उपयोग: इससे सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय

  1. HPV वैक्सीन लगवाएं: यह वैक्सीन इस वायरस से बचाने में सहायक होती है। इसे किशोरावस्था में लगवाना सबसे अच्छा होता है।
  2. सुरक्षित यौन संबंध बनाएं: हमेशा कॉन्डोम का उपयोग करें, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो सके।
  3. नियमित जांच कराएं: पैप स्मीयर टेस्ट (Pap Smear Test) करवाने से शुरुआती अवस्था में कैंसर का पता लगाया जा सकता है।
  4. स्वस्थ आहार लें: हरी सब्जियां, फल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार लेने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
  5. धूम्रपान और नशे से बचें: यह शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
  6. व्यायाम और योग करें: नियमित रूप से योग और एक्सरसाइज करने से शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

सर्वाइकल कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही जानकारी और सावधानियों से इससे बचाव संभव है। महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच करवानी चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। HPV वैक्सीन, सुरक्षित यौन संबंध और संतुलित आहार अपनाकर इस घातक बीमारी से बचा जा सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और जागरूक बनें।