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Sunday, November 24   9:07:02

यदि आप भी सर्दियों में ऊनी कपड़े पहनकर सोते हैं तो हो जाएं सावधान!

उत्तरी भारत में सर्दी का मौसम सितम ढा रहा है। अगले एक हफ्ते तक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में ठिठुरन बढ़ने का अलर्ट है। कपा देने वाली सर्दियों में ठंड से बचने के लिए लोग दिनभर ऊनी कपड़े पहनते हैं। कई लोग कड़ाके भरी ठंड में खुद को गर्म रखने के लिए कई लोग गर्म कपड़ों की कई लेयर पहनते हैं। तो कुछ लोग ऊनी कपड़े को पहनकर सोना भी पसंद करते हैं। ऐसा करने से आपको ठंड से राहत तो मिल जाती है, लेकिन गर्माहट भरी नींद पाने का ये तरीका सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि स्वेटर या ऊनी कपड़े पहनकर सोने से शरीर पर कई तरह के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ऐसा वुलन की क्वालिटी के कारण भी हो सकता है।

दरअसल, ऊन यानी वूलन ऊष्मा का कुचालक होता है। इससे शरीर में पैदा होने वाली गर्माहट लॉक हो जाती है और बाहर नहीं निकलती। इस कंडीशन में शरीर का ऊपरी तापमान कम हो जाता है और अंदरूनी टेम्प्रेचर रेगुलेट नहीं हो पाता है। जिससे रात में 7-8 घंटे तक शरीर का टेम्प्रेचर ज्यादा रहता है। जिससे बीपी लो और सांस लेने में परेशानी जैसी कई दिक्कतें हो सकती हैं।

सेहत को किस तरह के नुकसान हो सकते हैं?

डॉक्टर के मुताबिक सर्दियों में रात के समय गर्म कपड़े पहनकर नहीं सोना चाहिए। क्योंकि ज्यादा टाइट और गर्म कपड़े कई घंटे तक लगातार पहने रहने से शरीर का टेम्प्रेचर रेगुलेट नहीं हो पाता है। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी सही से नहीं हो पाता है। स्वेटर पहनने के बाद शरीर का ऊपरी तापमान तो कम हो जाता है लेकिन अंदरूनी तापमान रेगुलेट नहीं हो पाता है। साथ ही रातभर शरीर का टेम्प्रेचर ज्यादा रहता है। जबकी सोते समय शरीर का तापमान नॉर्मल होना चाहिए, इससे शरीर का हीलिंग प्रोसेस और रिकवरी अच्छी होती है।

इसके अलावा जो लोग रात में लगातार गर्म कपड़े पहनकर सोते हैं उन्हें स्कैबीज नाम की बीमारी हो जाती है। स्कैबीज एक कीड़ा होता है जिसके काटने से शरीर पर रात में खुजली और लाल दाने पड़ जाते हैं। कई बार इन दानों से खून तक बहने लगता है। एक ही रजाई या कंबल ओढ़ने से यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलती है। डॉक्टर का मानना है कि रोजाना 100-150 मरीज इस बीमारी के आते हैं। इससे शरीर में ड्राइनेस समेत कई परेशानियां बढ़ती हैं। एक्जिमा, स्किन रोग, एलर्जी और खुलजी, पैरों में छाले, बीपी लो, बेचैनी और घबराहट की शिकायत जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती है। लो ब्लड प्रेशर भी होने लगता है। जिस वजह से अचानक से ज्यादा पसीना भी निकल सकता है।

रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर प्रभाव: चाहे पुरुष हो या महिला, स्वेटर या गर्म कपड़े पहन कर सोना दोनों के ही रिप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए डेंजरस हो सकता है। रात को सोते समय शरीर में पैदा होने वाली एक्सट्रीम हीट की वजह से जेनाइटल एरिया में भी पसीना होता है। जिससे ना सिर्फ प्राइवेट पार्ट्स में जलन बल्कि कई तरह के इन्फेक्शन भी हो सकते हैं।

हार्ट पेशेंट के लिए डेंजर: यदि आप हार्ट पेशेंट हैं तो रात के समय स्‍वेटर पहनकर सोने से बचना चाह‍िए। क्योंकि गरम कपड़ों में बारीक छेद होते हैं जिनमें शरीर की गरमाहट बंद हो जाती है। ये हार्ट मरीजों के ल‍िए घातक साबिक हो सकती है।

सांस लेने में प्रोब्लम: अगर रात को स्‍वेटर पहनकर सोने से घुटन महसूस हो सकती है। गरम कपड़े ऑक्‍सीजन को ब्‍लॉक कर देते हैं ज‍िससे घबराहट हो सकती है। अगर सांस से रिलेटेड बीमारी है तो खास ध्‍यान रखने की जरूरत है।

नींद की समस्या: अच्छी नींद के लिए कंफर्टेबल कपड़े पहन कर सोना चाहिए। अगर ज्यादा मोटे ऊनी कपड़े पहन कर सोएंगें तो रात में ठीक से नींद नहीं आएगी। अगले दिन सुस्ती और बदन दर्द रहेगा।

इन परेशानियों से बचने के लिए रात को कैसे कपड़े पहनकर सोना चाहिए?

रात को आरामदायक कपड़े पहनकर कंफर्टेबल पोजिशन में सोना चाहिए। ऐसा करके आप क्वालिटी नींद ले सकते हैं। साथ ही कई बीमारियों को अपने शरीर से दूर भी रख सकते हैं। यदि आपको बहुत ज्यादा ठंड लगती है, तो इन टिप्स को अपनाएं-

-सर्दियों में ऊनी कपड़े पहनकर सोना पड़ सकता है आपकी सेहत को भारी।
– स्किन को सॉफ्ट रखने के लिए मॉश्चराइजर लगाकर कपड़े पहनें।
– ज्यादा फर वाले स्वेटर, मोजे, ग्लव्स या टोपी पहनना अवाइड करें।
– ऊनी कपड़े पहनने से पहले कॉटन या रेशम के कपडे़ पहनें।
– मोटे स्वेटर पहनने की बजाय हल्के और ब्रीदेबल कपड़े पहनकर सोएं।