ISRO के चीफ S. Somnath के नेतृत्व में भारत ने कई सारे मिशन में सफलता प्राप्त की है। पहले चंद्रयान-3 की सफलता की ख़ुशी कम नहीं हुई थी कि आदित्य L-1 के लॉन्च की खबरें सामने आई थी। और इन सबकी सफलता के पीछे ISRO की टीम के साथ-साथ S. Somnath का भी हाथ था।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि Aditya L-1 के लांच के दौरान ही उनको पता चला था कि उनको कैंसर हैं। दरअसल, चंद्रयान 3 के वक़्त से ही उनकी तबियत थोड़ी ख़राब थी। हालांकि, उस समय तक कुछ भी स्पष्ट नहीं था। उन्होंने कहा कि आदित्य मिशन के दिन ही उन्हें इस बीमारी का पता चला था। इससे उनको और उनके परिवार को बड़ा धक्का लगा था। यहां तक कि उनके सभी साथी वैज्ञानिकों को भी इस खबर से बड़ा झटका लगा था। लेकिन, उन्होंने निडरता से इस चुनौतीपूर्ण माहौल में खुद को, परिवार को और इसरो के वैज्ञानिकों को संभाले रखा।
आदित्य की लॉन्चिंग के बाद उन्होंने पेट का स्कैन कराया। तब पता चला था कि उन्हें पेट का कैंसर है। लेकिन अधिक जांच और इलाज के लिए चेन्नई जानें के बाद पता चला कि यह बीमारी उन्हें जेनेटिकली मिली है।
इस बीमारी का पता लगने के बाद उन्होंने अपनी सर्जरी करवाई। और उनकी कीमोथेरपी चलती रही। ख़ुशी की खबर यह है कि अब वह ठीक हो गया है। हांलांकि उनकी दवाइयां अभी भी चालू है। इस कठिन परिस्थिति में उनको उनके परिवार और बाकी साथियों से बहुत अच्छा सपोर्ट मिला था।
अपनी हिम्मत न खोकर उन्होंने इस नई पीढ़ी के लिए एक बहुत अच्छा उदहारण सेट किया है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि “मैं जानता हूँ इस बीमारी को ठीक होने में लम्बा समय लगेगा। यह एक लम्बी प्रक्रिया है। और मैं यह जंग लडूंगा। काफी हद तक मेरी रिकवरी हो चुकी है। मैं केवल 4 दिन के लिए अस्पताल में था। 5वें दिन से तो मैं फिरसे काम पर चला गया था।”
उन्होंने यह भी बताया कि वह लगातार स्कैनिंग और चेकअप भी करवा रहे हैं। और अब वह ठीक हैं। इस बीमारी से डरके बैठने के बजाए वह ISRO के आगे के सारे मिशन पूरे करके ही दम लेंगे।
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