CATEGORIES

September 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
Tuesday, September 24   9:21:50

खेल के मैदान में हुई मौत की दस्तक: सूरत के युवा बॉक्सर ‘ब्रेन डेड’, चिकित्सा सुविधाओं पर उठे सवाल

गुजरात राज्य बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 19 वर्षीय बॉक्सर करन पिपलिया, जो सूरत से थे, को सोमवार को ‘ब्रेन डेड’ घोषित किया गया। यह हादसा शनिवार को महेसाणा में आयोजित सीनियर पुरुष और महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप के दौरान हुआ। करन 63.5 किग्रा वजन वर्ग में सूरत के ही हर्षवर्धन राठौड़ से मुकाबला कर रहे थे। यह मुकाबला सरदार पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पंचोट में हुआ था।

तीसरे राउंड में रेफरी ने लड़ाई रोक दी थी क्योंकि करन मुकाबला जारी रखने की स्थिति में नहीं थे। बॉक्सिंग चयनकर्ता दुश्यंत पटेल ने बताया कि दो राउंड के बाद हर्षवर्धन राठौड़ को करन पर स्पष्ट बढ़त मिल चुकी थी और करन की हालत को देखते हुए मुकाबला बीच में रोकना पड़ा। इसके बाद करन अचानक बेहोश हो गए और उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता दी गई।

संदिग्ध मस्तिष्क रक्तस्राव और पिता की नाराजगी

संभावना जताई जा रही है कि करन को मस्तिष्क में रक्तस्राव (ब्रेन हेमरेज) हुआ, जिसके लिए महेसाणा के एक निजी अस्पताल में उनकी सर्जरी हुई। बाद में बिगड़ती हालत को देखते हुए उन्हें रविवार शाम सूरत के एसआईएमएस अस्पताल में स्थानांतरित किया गया।

करन के पिता, भरत पिपलिया ने घटना के बाद चिकित्सा सुविधाओं की कमी पर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि 150 से अधिक प्रतिभागियों के होने के बावजूद कार्यक्रम में पर्याप्त एंबुलेंस नहीं थीं। “मुझे पता चला कि मेरे बेटे को अस्पताल एक निजी कार में ले जाया गया क्योंकि वहां सिर्फ एक ही एंबुलेंस उपलब्ध थी। अगर समय पर एंबुलेंस होती तो मेरा बेटा समय पर इलाज पाकर बच सकता था। मैं आयोजकों से अनुरोध करता हूँ कि भविष्य में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करें ताकि किसी और का चिराग न बुझे,” उन्होंने कहा।

मां का दुख और विलंबित इलाज का आरोप

करन की मां, रीता पिपलिया ने भी इलाज में देरी का आरोप लगाते हुए कहा, “मैं उसे चयन के लिए सूरत से लेकर गई थी, पर वह महेसाणा अकेला चला गया क्योंकि उसने कहा कि वहां सभी सुविधाएं मौजूद हैं। उसे दोपहर 2:30 बजे चोट लगी, लेकिन अस्पताल में 4 बजे पहुंचाया गया। महेसाणा के अस्पताल में इलाज की औपचारिकताएं पूरी होने में काफी समय लगा। अगर मैं उड़ान से तुरंत महेसाणा पहुंच जाती, तो आज मेरा बेटा मुझसे बात कर रहा होता।”

जीएसबीए पर सवाल और पूर्व बॉक्सर का आरोप

गुजरात राज्य बॉक्सिंग संघ (जीएसबीए) के कार्यकारी अध्यक्ष इंद्रवदन नानावटी ने इस घटना पर कहा कि मुकाबले के दौरान करन को चोट नहीं लगी थी। उन्होंने कहा, “मुकाबले के बीच करन को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके लिए हमने उसे स्थल पर ही चिकित्सा सहायता दी। बाद में वह बेहोश हो गया। सीटी स्कैन से पता चला कि उसे ब्रेन हेमरेज हुआ है, जिसके कारण उसकी हालत गंभीर है।”हालांकि, एक पूर्व राज्य स्तरीय बॉक्सर ने राज्य बॉक्सिंग संघ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा, “मुकाबले के दौरान चोट लगने के बाद बॉक्सर का ब्रेन डेड घोषित होना जीएसबीए की बड़ी लापरवाही है।”

यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि एक खेल आयोजन की गंभीर चिकित्सा असफलता को भी उजागर करती है। किसी भी खेल आयोजन में प्रतिभागियों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए, और चिकित्सा सुविधाओं की कमी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। एक युवा बॉक्सर की जिंदगी बचाई जा सकती थी अगर चिकित्सा सुविधाएं समय पर उपलब्ध होतीं। यह घटना आयोजकों और खेल संघों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए तत्काल सुधार की आवश्यकता है।