गुजरात के सूरत जिले के किम स्टेशन के पास एक बड़े रेल हादसे की साजिश को रेलवे अधिकारियों की सतर्कता ने समय रहते नाकाम कर दिया। इस गंभीर घटना के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ बताया जा रहा है, जिन्होंने ट्रेन को पटरी से उतारने की पूरी कोशिश की थी।
जानकारी के अनुसार, ट्रेन ट्रैक की फिश प्लेट्स को खोलकर और 71 पेड़ लॉक निकालकर ट्रैक को अस्थिर कर दिया गया था। इसके कारण बड़ा हादसा होने की आशंका थी।घटना आज सुबह लगभग 5:24 बजे की है, जब वडोदरा डिविजन की एक ट्रेन वहां से गुजरने वाली थी। जैसे ही रेलवे विभाग को इस साजिश की भनक लगी, उन्होंने फौरन रेल यातायात को रोक दिया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की।
नई फिश प्लेट्स लगाकर जल्द ही रेल सेवा को फिर से चालू किया गया।रेलवे विभाग ने इस मामले में गहराई से जांच शुरू कर दी है और डॉग स्क्वाड की सहायता ली जा रही है। इसके अलावा, एटीएस और एनआईए जैसी एजेंसियां भी मामले की जांच में जुट गई हैं, ताकि घटना के पीछे छिपे अपराधियों का पता लगाया जा सके।यह घटना न सिर्फ रेल यातायात के लिए खतरा थी, बल्कि सैकड़ों लोगों की जान भी जोखिम में थी। रेलवे विभाग की मुस्तैदी से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना हमारी सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक की ओर इशारा करती है।
ऐसी घटनाएं बताती हैं कि हमारे देश के रेल नेटवर्क की सुरक्षा को और भी मजबूत करने की आवश्यकता है। अगर समय पर कार्रवाई नहीं होती तो आज एक बड़ा हादसा हो सकता था। रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर ऐसे असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखनी होगी, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी साजिश को अंजाम देने से पहले रोका जा सके।
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