कोरोना के नए वैरिएंट ऑमिक्रोन और तीसरी लहर के बीच नाक से ली जाने वाली नेजल वैक्सीन का फाइनल यानी तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। कई कंपनियों ने दूसरे चरण के ट्रायल शुरू किए हैं। इसके लिए सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी (सीडीएल) कसौली ने बैच पास कर संबंधित कंपनियों को भेज दिए हैं। नेजल वैक्सीन का कई कंपनियां क्लीनिकल ट्रायल कर रही हैं। इन कंपनियों को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) की ओर से क्लीनिकल ट्रायल करने की मंजूरी दी गई है। ये कंपनियां आंतरिक परीक्षण पूरा करने के बाद डीसीजीआई को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी। सीडीएल के उप सहायक निदेशक सुशील साहू का कहना है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर संस्थान में तेजी से कार्य किया जा रहा है।
असल में नेजल वैक्सीन को इंजेक्शन के बजाय नाक से दिया जाएगा। इससे अंदरूनी हिस्सों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। इसे ज्यादा कारगर इसलिए भी माना जाता है क्योंकि कोरोना समेत हवा से फैलने वाली अधिकांश बीमारियों के संक्रमण का रूट प्रमुख रूप से नाक ही होता है।
More Stories
गुजरात के धंधुका में डॉक्टर की लापरवाही से किसान की मौत, परिवार ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
महाराष्ट्र में भाजपा नेता पर पैसों से चुनावी खेल खेलने का आरोप, क्या लोकतंत्र बिकाऊ हो गया है?
International Mens Day 2024: समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर एक कदम