देश की रेल पटरियों पर पिछले कुछ दिनों में हुई घटनाओं ने सभी को चौंका दिया है। पहले कानपुर में, जहां कलिंदी एक्सप्रेस के सामने गैस सिलेंडर, पेट्रोल की बोतलें और माचिस जैसी खतरनाक चीजें रखी गईं। शुक्र है कि लोको पायलट की सतर्कता ने एक बड़ी दुर्घटना टाल दी। इसके बाद अजमेर में, जहां 70 किलो के दो सीमेंट ब्लॉक्स पटरियों पर रखे गए, लेकिन मालगाड़ी बिना किसी नुकसान के निकल गई। ये घटनाएं महज संयोग नहीं हैं, बल्कि ऐसा लगता है कि कोई सोची-समझी साजिश रची जा रही है।
कौन कर रहा है ये साजिश?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कौन लोग हैं जो देश की रेल सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं? क्या ये घटनाएं देश में अराजकता और अस्थिरता फैलाने की कोशिश हैं? या फिर इसके पीछे कोई राजनीतिक साजिश है? बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश इतनी ताकतवर है कि किसी भी साजिश को नाकाम किया जा सकता है। लेकिन इस तरह की घटनाओं का बार-बार सामने आना, इस ओर इशारा करता है कि कहीं न कहीं सुरक्षा में बड़ी चूक हो रही है।
राजनीतिक साजिश का शक
भाटिया ने यह भी कहा कि कुछ ताकतें देश में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही हैं, और सत्ता की लालसा में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या ये घटनाएं महज दुर्घटनाएं हैं, या इसके पीछे कोई राजनीतिक षड्यंत्र है?
सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए?
अब समय आ गया है कि सरकार इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाए। रेलवे सुरक्षा को और मजबूत किया जाए, और ऐसी साजिशों के पीछे छिपे चेहरों को बेनकाब किया जाए। जांच एजेंसियों को इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए और साजिश रचने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले किसी भी शख्स या संगठन को बख्शा नहीं जाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, देश को ऐसी साजिशों से बचाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाने चाहिए।
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