लोकसभा चुनावों में कुल 543 में से दो चरणों के 190 सीटों के लिए मतदान हो चुके हैं। इस बीच कांग्रेस ने अब तक गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली और अमेठी सीट को लेकर अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस बीच राजनीतिक गलियारों में खबरे तेज हो गई हैं कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के 2024 के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार प्रियंका गांधी मौजूदा लोकसभा चुनावों में केवल कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार करेंगी। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने के बाद अमेठी या रायबरेली से चुनाव लड़ने पर कोई भी अंतिम फैसला 24 घंटे में लिया जाएगा।
जहां भाजपा ने स्मृति ईरानी को अमेठी से अपना उम्मीदवार घोषित किया है, वहीं सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने कहा है कि वह जल्द ही इस संबंध में घोषणा करेगी। हालाँकि, कांग्रेस और भाजपा दोनों ने रायबरेली से अपने उम्मीदवारों की घोषणा अभी तक नहीं की है।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने अपने प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को उत्तर प्रदेश और रायबरेली के लोकसभा क्षेत्रों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है। यह घोषणा इन अटकलों के बीच आई है कि क्या गांधी परिवार के सदस्य इन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे?
अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस की दुर्दशा पर टिप्पणी करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी उत्तर प्रदेश में इतनी बुरी स्थिति में है कि वे अपनी पारंपरिक सीटें छोड़कर भाग गए।
वहीं दूसरी ओर खबर सामने आई है कि भारतीय राजनीति में हॉट सीट मानी जाने वाली अमेठी में भारतीय जनता पार्टी की ओर से स्मृति ईरानी ने नामांकन दर्ज कराया है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी नेतृत्व से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा को मैदान में उतारने का आग्रह किया है। राहुल गांधी इससे पहले केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। ऐसी अटकलें हैं कि वह अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं, जिस सीट का उन्होंने पहले लगातार तीन बार प्रतिनिधित्व किया था, और प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं, जो पहले उनकी मां सोनिया गांधी के पास थी।
दोनों सीटें गांधी परिवार का गढ़ मानी जाती हैं। राहुल गांधी ने 2004, 2009 और 2014 के आम चुनावों में अमेठी लोकसभा सीट से जीत हासिल की, लेकिन 2019 में बीजेपी की स्मृति ईरानी से हार गए।
2019 में राहुल गांधी अपनी सुरक्षित सीट केरल की वायनाड से भी चुनाव लड़ा था। गांधी परिवार ने 7 लाख से अधिक वोटों के साथ सीट जीती और 64.7 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया। दूसरी ओर, रायबरेली ने 2004 से पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को अपना सांसद चुना है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के दौरान 20 मई को अमेठी और रायबरेली में मतदान होगा। कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है और राज्य की 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
More Stories
देश में क्यों हो रही अनिल बिश्नोई की चर्चा? लॉरेंस बिश्नोई के उलट एक सच्चे संरक्षणकर्ता की कहानी
वडोदरा के काश पटेल बनेंगे अमेरिका की सर्वोच्च सुरक्षा एजेंसी CIA के प्रमुख? जानिए, कौन है ट्रंप का भरोसेमंद साथी?
‘अडानी का करोड़ों का प्रोजेक्ट रद्द कर दूंगा…’, चुनावी घोषणापत्र में उद्धव ठाकरे ने किए कई सारे बड़े वादे