CATEGORIES

February 2025
M T W T F S S
 12
3456789
10111213141516
17181920212223
2425262728  
Sunday, February 23   2:41:12

चॉकलेटी हीरो से ‘Animal’ के दरिंदे तक ‘Bobby Deol’ का सफरनामा

फिल्मी करियर होने के कारण फिल्मी एक्टर के बच्चे भी फिल्मों में अपनी तकदीर आजमाते रहते हैं, लेकिन उनमें सक्सेस वहीं हो पाते हैं जिनका अंदाज कुछ निराला होता है। ऐसे ही एक्टर्स में से एक हैं सदा बाहर ऐक्टर थर्मेंद्र के बेटे और एक्टर और डायरेक्टर सनी देओल के छोटे भाई ‘Bobby Deol’। जिन्होंने न केवल अपने हीरो वाले अलग अंदाज में फिल्मी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई बल्कि नाकामी के दौर में हीरो से सुपर विलन बनकर बॉक्स ऑफिस में धमाल मचा दिया। बॉबी देओल के करियर से जुड़ी इन्हीं तमाम बातों की चर्चा आज हम इस वीडियो में करने वाले हैं। इसके साथ ही जानेंगे की नाकामयाबी के दौरान उनके साथ हुई कुछ दिलचस्प बातों के बारे में।

फिल्मी परिवार से जुड़े बच्चों को इंडस्ट्री में काम मिलना जितना आसान है उतना ही मुश्किल बतौर एक्टर कामयाबी पाना कठिन होता है। क्योंकि उन्हें उनके पहले से स्थापित माता पिता और परिवार से कंपेयर किया जाता है। और यदि उनमें कुछ खासियत नहीं हुई तो दर्शकों के आलोचना का शिकार भी होना पड़ता है। यदि एक्टर बॉबी देओल की बात करें तो उनके साथ थोड़ा उलटा हुआ। जब उन्होंने फिल्मों में एंट्री की तो दर्शकों ने उन्हें हाथो हाथ लिया और देखते ही देखते वे बहुत जल्द एक कामियाब एक्टर भी बन गए। लेकिन, ये कामयाबी ज्यादा दिन तक नहीं चली आगे जा कर उनके करियर पर एक ब्रेक सा लग गया। ऐसे में उन्होंने अपनी ईमेज को तोड़ा और वो किया जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी। बॉबी देओल शुरुआत से ही अपने पिता और भाई से एक मामले में अलग थे। वो टेलेंट था डांस जिसके दम पर उन्होंने इतनी कामयाबी हासिल की।

फिल्म करियर

बॉबी देओल ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट धर्मवीर से की थी। उस दौरान बॉबी महज आठ साल के थे। इस फिल्म में उन्होंने अपने पिता धर्मेंद्र के बचपन का रोल किया था। बतौर नायक बॉबी देओल ने ट्विंकल खन्ना के साथ साल 1995 में फिल्म बरसात से अपने करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट मेल डेब्यू का अवार्ड भी मिल चुका है। बाद में उन्होंने गुप्त, और प्यार हो गया, सोलजर, करीब, बादल, बिच्छू, अजनबी, हमराज और यमला पगला दिवाना जैसी दर्जन भर से ज्यादा हीट फिल्मों में बतौर नायक काम किया।

नाइनटीस से 2000 के पहले दशक तक बॉबी देओल एक बड़ा स्टार फेस थे। लेकिन, फिल्मों के बदलते ट्रैंड के चलते उनका करियर थम सा गया। उस दौरान उन्हें यदि कोई फिल्म मिलती भी तो उसमें कुछ खास करने को नहीं होता था। कुछ वक्त के बाद उन्होंने बॉलीवुड से दूरी बना ली।

बॉबी देओल जिंदगी से उस वक्त बेहद हताथ हो गए थे जब उन्हें फिल्में मिलनी बंद हो गई थी। बॉबी ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्हें बॉलीवुड में काम नहीं मिल रहा था तो वे एक बार डिप्रेशन में भी चले गए थे। हालाकि उनकी पत्नि ने उन्हें डिप्रेशन से बाहर निकाला और उनका बहुत साथ दिया। इंटरव्यू में बॉबी ने ये भी बताया था कि एक वक्त ऐसा भी आया था जब उनके बच्चे उनसे सवाल करने लगे थे कि आप मम्मी की तरह काम पर क्यों नहीं जाते। ऐसे सवालों से उन्हें उस वक्त काफी खराब महसूस होता था। इसके बाद बॉबी ने बॉलीवुड में एंट्री करने का फैसला ले लिया।

उसके बाद उन्हें सलमान खान के साथ रेस 3 में काम करने का मौका मिला। इसके बाद बॉबी वेबसीरिज आश्रम में नजर आए। और इस सीरिज ने बॉबी के करियर को एक नए मुकाम पर पहुंचा दिया।

दूसरी पारी में कामयाबी

बॉबी बताते हैं कि वे टाइप कास्ट होने की वजह से थक चुके थे। इसके बाद उन्होंने क्लॉस ऑफ 83, आश्रम और लव हॉस्टल जैसी मूवी और वेब सीरिज में काम करने की सोची। आश्रम में तो वे नीगेटिव किरदार निभाने से भी पीछे नहीं हटे, क्योंकि वे समझ चुके थे की जमाना बदल चुका है। फिर वो नायक हो या खलनायक यदि किरदार में दम हो तो दर्शक उसे जरूर पसंद करते हैं। नीगेटिव किरदार के बाद भी बॉबी ने इस सीरिज में अपने फैंस का दिल जीत लिया। इसके साथ ही उनही दूसरी पारी की एक कामयाब शुरुआत हो गई थी।

हालाकि ये सब इतना आसान नहीं था। जब उन्होंने ये नीगेटिव रोल किया तो इसे लेकर वे बहुत चिंता में थे कि यदि इस बार वे नाकामियाब होते तो उनका करियर खतरे में पड़ जाता। खैर लोगों ने बॉबी का निगेटिव किरदार बहुत पसंद किया।

इसके बाद 2023 में दिसंबर में रिलीज हुई एनिमल में भी बॉबी नेगटिव रोल में नजर आए। हालांकि उनका रोल फिल्म में कुछ ही मिनटों का था, लेकिन उतने ही कम वक्त में उनके किरदार ने लोगों के दिलों में बड़ी जगह बनाली। इसके बाद एनिमल पार्ट 2 की चर्चा भी जोरों से हो रही है।

ये भी पढ़ें – ‘लगान’ की गौरी, ‘मुन्ना भाई MBBS’ की चिंकी से आध्यात्म गुरू तक का सफर: ग्रेसी सिंह

तो कुल मिलाकर इसमें कोई शक नहीं की कामयाबी के स्वाद को चखने के लिए बॉबी ने ना केवल कड़ा परिश्रम किया है बल्कि वे कभी भी रिस्क लेने से पीछे नहीं हटे। एक इंटरव्यू में बॉबी कहते हैं कि इंडस्ट्री में रहकर वे डीसीजन तो ले सकते हैं, लेकिन रिजल्ट क्या होगा ये वो नहीं जानते। बस खुद पर विश्वास कीजिए और आगे बढ़ते जाइए।

हमें उम्मीद है कि आज की ये स्टोरी आपको बहुत पसंद आया होगा। इसके बारे मे अपनी राय कमंट सेक्शन में जरूर करें।