दिल्ली के केशवपुरम इलाके में शुक्रवार को CBI ने रेड मारी थी जो आज भी जारी है। इस रेड में एक बच्चों की चोरी और खरीदी-बेचनी का मामला सामने आया है। इस केस में CBI और पुलिस की टीम एक घर में छापा मारने पहुंची थी। वहां से तकरीबन 8 नवजात बच्चों को रेस्क्यू किया गया।
अस्पतालों से बच्चा चोरी के इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए CBI ने दिल्ली-एनसीआर से अब तक 7 आरोपियों को दबोचा है। सूत्रों के मुताबिक नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के केशवपुरम के मकान से CBI द्वारा दो नवजात बच्चे रेस्क्यू किए गए हैं। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।
शुरुआती जांच में तो यह मामला नवजात बच्चों की खरीदी-बेचनी का लग रहा है। मामले की जांच के दौरान एक महिला समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस गिरोह के लोग अस्पतालों से बच्चों की चोरी करते थे। इस मामले में एक वॉर्ड बॉय को भी गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि जिन बच्चों को रेस्क्यू किया गया है उन सबकी उम्र 10 साल से कम है। हैरतअंगेज़ बात तो यह है कि इसमें से एक की उम्र केवल 36 घंटे की हैं। CBI के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन के माध्यम से, भारत भर के निःसंतान दंपतियों से जुड़ते थे जो बच्चे गोद लेना चाहते थे। वह वास्तविक माता-पिता के साथ-साथ सरोगेट माताओं से भी बच्चे खरीदते थे और फिर नवजात बच्चों को 4 से 6 लाख की कीमत पर बेचते थे। ये आरोपी गोद लेने से संबंधित फर्जी दस्तावेज बनाकर कई निःसंतान दंपतियों से लाखों रुपये की ठगी करने में भी शामिल रहे हैं।
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