Himachal Pradesh: समोसा भारत में सबसे लोकप्रिय डिश में से एक है। होटलों से लेकर सड़क पर चलने वाली लॉरियों तक में कई लोग समोसा खाते दिख जाएंगे। लेकिन, क्या आपने कभी सुना है कि समोसे ने पूरे पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी हो? ऐसी ही घटना कांग्रेस शासित राज्य हिमाचल प्रदेश में घटी है। हिमाचल में इन दिनों समोसे ने राजनीति गरमा दी है। समोसे को लेकर पांच पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इतना ही नहीं उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की गई है। इतना ही नहीं CID पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
क्या है पूरा घटनाक्रम?
दरअसल, 21 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू CID मुख्यालय में साइबर विंग स्टेशन का उद्घाटन करने गए थे। तब जो समोसे मुख्यमंत्री के लिए यहां लाए गए थे, वो समोसे उनके स्टाफ में बांट दिए गए। जब CID ने इसकी जांच की तो में पता चला कि सिर्फ एसआई को ही पता था कि यह समोसे का डिब्बा खासतौर पर सीएम सुक्खू के लिए लाया गया था।
इस त्रुटि के कारण बॉक्स खो गया!
जांच में पता चला कि जब ये बक्से महिला इंस्पेक्टर को सौंपे गए तो उन्होंने किसी भी वरिष्ठ अधिकारी से इसकी पुष्टि नहीं की। और उन्हें मैकेनिकल ट्रांसपोर्ट (एमटी) विभाग में भेज दिया जो जलपान का प्रभारी है। उसकी गलती के कारण बक्सा खो गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि समन्वय की कमी इस त्रुटि का एक महत्वपूर्ण कारण है।
जांच रिपोर्ट में क्या कहा गया?
जांच रिपोर्ट के मुताबिक तीन बक्सों में लाए गए सामान को IG कार्यालय में बैठे 10 से 12 लोगों को चाय के साथ परोसा गया. लेकिन तथाकथित तीन बक्से जो होटल से लाए गए थे। और उसमें खाना मुख्यमंत्री के लिए रखा गया था. इसकी जानकारी सिर्फ एसआई को थी। हालांकि उन्होंने बिना किसी उच्च अधिकारी से पूछे तीनों बक्से एमटी विभाग को सौंप दिए। और वहां बक्सों को खोला गया और उसमें रखे सामान को सभी में बांट दिया गया।
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