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चेन्नई एयर शो में हाहाकार: पांच की मौत, क्या यह प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है?

चेन्नई: भारतीय वायु सेना (IAF) के एयर शो के दौरान मरीना बीच पर हुई त्रासदी ने तमिलनाडु में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। रविवार को आयोजित इस शो में पांच दर्शकों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हुए। घटना ने राज्य सरकार की व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

भीड़ और अव्यवस्थाओं का परिणाम
IAF के 92वें स्थापना दिवस समारोह के लिए आयोजित एयर शो में हजारों दर्शक एकत्रित हुए, लेकिन भारी भीड़, ट्रैफिक जाम और गर्मी के कारण स्थिति बेतरतीब हो गई। ए आई एडीएमके नेता एदप्पाड़ी के. पलानीस्वामी ने DMK सरकार पर अव्यवस्था और गलत प्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा, “पुलिस बल की कमी थी और भीड़ को संभालने के लिए उचित प्रबंध नहीं किए गए थे। गर्मी के कारण कई लोग बीमार पड़े और पांच की जान चली गई।”

भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष के. अनामलाई ने भी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि ये मौतें और चोटें रोकी जा सकती थीं, यदि उचित सुविधाएं उपलब्ध होतीं। उन्होंने इस घटना को “प्रशासन की पूर्ण विफलता” बताया।

सरकार का बचाव
सरकार के बचाव में स्वास्थ्य मंत्री मा. सुबरमनियन ने कहा कि राज्य सरकार ने एयर शो के लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं की थीं। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने दो मेडिकल टीमों का गठन किया था और 40 एंबुलेंस घटना स्थल पर मौजूद थे।

हालांकि, एआईएडीएमके नेता कोवई सत्यन ने मंत्री के बचाव को नकारते हुए कहा, “वास्तविकता यह है कि कोई सार्वजनिक घोषणाओं की व्यवस्था नहीं थी, पानी वितरण बूथ नहीं थे और चिकित्सा सहायता की कोई व्यवस्था नहीं थी।”

इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि जब बड़े पैमाने पर आयोजनों का आयोजन होता है, तो सुरक्षा और व्यवस्था पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रशासन की यह लापरवाही न केवल एक दुखद घटना को जन्म देती है, बल्कि यह जनता की सुरक्षा को भी खतरे में डाल देती है।

राज्य सरकार को चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं से सबक ले और भविष्य में बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करे। यह एक घटना नहीं, बल्कि प्रशासन की जवाबदेही का मामला है। अगर सरकारी तंत्र इस तरह की लापरवाही जारी रखता है, तो जनता का विश्वास टूट जाएगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं फिर न हों, और हर नागरिक की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।