हॉलीवुड सितारों के घर जले, कमला हैरिस का घर भी खाली कराया गया
कैलिफोर्निया के पॉश इलाके पैसिफिक पैलिसेड्स में कई हॉलीवुड हस्तियों के आलीशान बंगले हैं, जिनमें से कई इस भीषण आग में जलकर खाक हो गए। मार्क हैमिल, पेरिस हिल्टन, जेमी ली कर्टिस, मैंडी मूर, मारिया श्राइवर, एश्टन कुचर, जेम्स वुड्स और लीटन मेस्टर जैसी हस्तियों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
आग के बढ़ते खतरे को देखते हुए लॉस एंजिलिस के ब्रेंटवुड इलाके में स्थित अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के घर को भी खाली करने के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने इस स्थिति को देखते हुए पूरे शहर में आपातकाल (इमरजेंसी) घोषित कर दी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन और बचाव कार्य जारी
हजारों लोगों को बचाने के लिए फायर डिपार्टमेंट और रेस्क्यू टीम पूरी ताकत से काम कर रही है। हेलिकॉप्टर और विमानों से आग बुझाने के लिए फोम और पानी का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन तेज हवाओं के कारण आग तेजी से फैल रही है। फायरफाइटर्स लगातार 24 घंटे से राहत कार्य में जुटे हुए हैं। अब तक करीब 50,000 लोगों को अपने घर खाली करने का निर्देश दिया गया है, जबकि 3 लाख से ज्यादा लोग इस त्रासदी से प्रभावित हुए हैं।
कैसे लगी आग? ‘सांता एना’ हवाओं ने बढ़ाई तबाही
विशेषज्ञों के मुताबिक, आग की शुरुआत लॉस एंजिलिस के पहाड़ी जंगलों से हुई। यहां चीड़ के जंगल हैं, और इन पेड़ों की सूखी लकड़ियों में आग तेजी से फैलती है। जब जंगलों में आग लगी, तो वहां चल रही 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली ‘सांता एना’ हवाओं ने इसे और भड़का दिया। यह हवाएं आमतौर पर पतझड़ के मौसम में दक्षिण कैलिफोर्निया में चलती हैं और बेहद गर्म होती हैं। तेज हवाओं के कारण आग तेजी से रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई।
लॉस एंजिलिस में धुएं का कहर, AQI 350 पार
आग से उठने वाले धुएं ने लॉस एंजिलिस की हवा को जहरीला बना दिया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 के पार चला गया है, जो गंभीर रूप से प्रदूषित माना जाता है। प्रशासन ने लोगों को घरों में रहने और मास्क पहनने की सलाह दी है।
तबाही के निशान और आगे की चुनौती
इस भयानक आग ने लॉस एंजिलिस को झुलसा दिया है। सैकड़ों इमारतें खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं। स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और सुरक्षित स्थानों को इमरजेंसी शेल्टर में बदला गया है। बचाव दल लगातार राहत कार्य में जुटा हुआ है, लेकिन अभी भी स्थिति नियंत्रण से बाहर नजर आ रही है।
जलवायु परिवर्तन और इंसानी लापरवाही का नतीजा?
कैलिफोर्निया में जंगलों में आग लगना अब कोई नई बात नहीं रही। हर साल इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती हैं, लेकिन इस बार आग का स्तर बेहद खतरनाक है। क्या यह सिर्फ प्राकृतिक घटना है, या फिर जलवायु परिवर्तन और मानवीय लापरवाही का मिला-जुला परिणाम?
ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण तापमान बढ़ रहा है, जंगल सूख रहे हैं, और आग तेजी से फैलने लगी है। इसके अलावा, बिजली लाइनों में खराबी, सूखे जंगल, और हवाओं की तेज गति जैसी मानवीय व प्राकृतिक समस्याएं इस आपदा को और बढ़ा रही हैं। कैलिफोर्निया सरकार और आम लोगों को इस दिशा में गंभीरता से सोचने की जरूरत है, वरना हर साल ऐसी भयावह घटनाएं होती रहेंगी।
कब थमेगी यह तबाही?
लॉस एंजिलिस में अभी भी हालात भयावह बने हुए हैं। प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहा है, लेकिन तेज हवाएं आग को और बढ़ा रही हैं। अगर जल्द ही आग पर काबू नहीं पाया गया, तो यह और बड़ा संकट बन सकती है।
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