किसी चीज़ को लिंग-समान “Gender-Equal” घोषित करना एक मुश्किल काम है। पेरिस ओलंपिक भी इससे अलग नहीं है। बताया जा रहा है कि ओलंपिक में भाग लेने वाले महिला और पुरुष एथलीटों की संख्या बराबर है। वैसे वास्तव में ये आंकड़ा 5,630 पुरुष और 5,416 महिलाओं का है। और इसे ही लेकर ओलंपिक समिति बहुत ज्यादा वाहवाही बटोर रही है। हर मौके पर हैशटैग #GenderEqualOlympics का इस्तेमाल कर रही है।
वैसे तो ये बहुत अच्छी बात है कि इस बार के ओलंपिक्स में कई सारे सकारात्मक कदम उठाए गए हैं। जैसे स्तनपान कराने वाली एथलीटों को निजी कमरे और साइट पर नर्सरी दी जा रही है। लेकिन, खेलों के शुरू होने के कुछ ही दिन बाद, यह नकारा नहीं जा सकता कि “लिंग समानता” का टैग उद्घाटन समारोह के दौरान कैन-कैन के प्रदर्शन की तरह ही अस्थिर दिखने लगा है।
शुरुआत करते हैं ओलंपिक कैमरा ऑपरेटरों से, जिन्हें इसके आधिकारिक प्रसारक ने खिलाड़ियों के “लिंगभेदी” चित्रण से बचने की चेतावनी दी है। ओलंपिक प्रसारण सेवाओं ने अपने दिशा-निर्देशों को अपडेट करते हुए अपनी ज़्यादातर पुरुष कैमरा टीम से कहा है कि वे महिला प्रतियोगियों के क्लोज-अप शूट करने से बचें, जो पुरुषों की तुलना में ज़्यादा आम है।
सीईओ यियानिस एक्सार्चोस ने कहा, “महिला एथलीट इसलिए वहां नहीं हैं क्योंकि वे अधिक आकर्षक या सेक्सी हैं या कुछ और। वे इसलिए वहां हैं क्योंकि वे बेहतरीन एथलीट हैं।” इसे कुछ श्रेय देने के लिए, ब्रॉडकास्टर ने शेड्यूल में फेरबदल किया है ताकि पहले से नजरअंदाज किए गए महिलाओं के इवेंट को प्राइमटाइम स्लॉट मिल सकें।
फिर बॉब बैलार्ड हैं, जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई महिलाओं की 4×100-मीटर फ़्रीस्टाइल रिले तैराकी टीम के बारे में सेक्सिस्ट टिप्पणी करने के लिए यूरोस्पोर्ट के कमेंटरी रोस्टर से हटा दिया गया था। उन्होंने टिप्पणी में कहा था कि ‘आप जानते हैं कि महिलाएं कैसी हैं … चारों ओर घूमना, उनका मेकअप करना।’ टिप्पणी जल्दी ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके कारण ब्रॉडकास्टर्स यूरोस्पोर्ट ने बैलार्ड को कमेंट्री टीम से हटाने की घोषणा की। उनके साथ कमेंट्री कर रहे ब्रिटिश तैराकी चैंपियन लिजी सिमंड्स ने तुरंत टिप्पणी को ‘अपमानजनक’ के रूप में लेबल किया, जिस पर बैलार्ड हसंने लगे।
यूरोस्पोर्ट ने एक बयान जारी कर कहा कि बैलार्ड ने अनुचित टिप्पणी की और उन्हें तत्काल प्रभाव से कमेंट्री रोस्टर से हटा दिया गया। उन्होंने कहा, ‘यूरोस्पोर्ट के कवरेज के एक सेगमेंट के दौरान कमेंटेटर बॉब बैलार्ड ने अनुचित टिप्पणी की। इसके लिए उन्हें तुरंत प्रभाव से हमारे कमेंट्री रोस्टर से हटा दिया गया है।’
बीबीसी के पूर्व रिपोर्टर और प्रस्तोता बैलार्ड ने अब सार्वजनिक रूप से विवाद के बारे में बातचीत की है। उन्होंने माफी भी मांगी है। बैलार्ड ने लिखा, ‘यूरोस्पोर्ट के लिए कमेंट्री करते वक्त मेरी एक बात से काफी लोगों को ठेस पहुंची है, लेकिन मेरा उद्देश्य कभी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं इसके लिए माफी मांगता हूं और महिला एथलीटों का सम्मान करता हूं। मैं यूरोस्पोर्ट टीम को मिस करने वाला हूं, लेकिन पूरे ओलंपिक टूर्नामेंट के लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देना चाहता हूं।’ ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने लगातार चौथे ओलंपिक में इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। टीम ने जीत के बाद जश्न मनाया और हाथ हिलाकर दर्शकों का अभिवादन भी स्वीकार किया।
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